जुबिली स्पेशल डेस्क
राजस्थान में कांग्रेस एक बार फिर एकजुट होती नजर आ रही है। दरअसल वहां पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रही रार अब खत्म हो सकती है क्योंकि बहुत जल्द वहां पर मंत्रिमंडल के विस्तार होने की बात कही जा रही है।
इसी के तहत गहलोत-पायलट के सुलह होने की बात भी सामने आ रही है। कहा जा रहा है कि गहलोत मंत्रिमंडल विस्तार के फॉर्मूले पर राहुल गांधी ने हामी भर दी है। जानकारी मिल रही है कि 21 या 22 नवंबर को गहलोत मंत्रिमंडल विस्तार किया जा सकता है।
पायलट और गहलोत की कांग्रेस हाईकमान सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात कर मंत्रिमंडल विस्तार को नया रूप दिया है। इसके बाद राहुल गांधी ने इसपर अपनी मंजूरी दी है।
बता दें कि सचिन पायलट चाहते हैं कि अशोक गहलोत सरकार में नौ पद खाली है और ऐसे में वो चाहते हैं कि उनके हिस्से में ये पद आये। अभी गहलोत सरकार में 21 मंत्री है।
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कहा तो यह भी जा रही है कि इसमें से तीन मंत्रियों को हटाया जा सकता है। उन्हें बाद में कांग्रेस संगठन का काम सौंप सकती है। बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा, राजस्व मंत्री हरीश चौधरी और शिक्षा मंत्री ने गोविंदसिंह डोटासरा जैसे बड़े चेहरे शामिल है।
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कांग्रेस एक व्यक्ति एक पद वाले मंत्र पर तीनों मंत्रियों से इस्तीफा लिया जा सकता है और उन्हें कांग्रेस संगठन में काम करने का मौका दिया जा सकता है। इन मंत्रियों की जगह नये चेहरों को कांग्रेस गहलोत सरकार में शामिल किया जा सकता है।
इस नये मंत्रिमंडल में सचिन पायलट के पसंद के पांच मंत्री को जगह दी जायेगी जबकि अशोक गहलोत के पसंद के सात मंत्री को शामिल किया जा सकता है। इतना ही नहीं कई मंत्रियों के विभाग को भी बदला जायेगा।