पॉलिटिकल डेस्क। महाराजगंज लोकसभा सीट पर कांग्रेस पूर्व सांसद स्व. हर्षवर्धन सिंह की बेटी सुप्रिया को मैदान में उतार सकती है । जल्द ही इसकी घोषणा होने की संभावना बताई जा रही है। इस सीट पर 2009 में कांग्रेस के हर्षवर्धन सिंह विजयी रहे थे।
स्व. हर्षवर्धन सिंह के निधन के बाद से यहां कांग्रेस का नेतृत्व बहुत कमजोर हो गया था। स्व. हर्षवर्धन की वजह से यहां कांग्रेस को संजीवनी मिली थी। 1999 में हर्षवर्धन कांग्रेस में शामिल हुए थे। 2004 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर वह चुनाव हार गए थे लेकिन कई सालों बाद पहला मौका था जब हार के बावजदू कांग्रेस को करीब दो लाख वोट हासिल हुए थे। उसके बाद 2009 के चुनाव में हर्षवर्धन रिकार्ड करीब ढाई लाख वोटों से चुनाव जीतने में कामयाब हुए। 2014 के चुनाव में भाजपा लहर का शिकार इन्हें भी होना पड़ा था।
इस चुनाव में हार के बाद हर्षवर्धन का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। इस तरह कांग्रेस को न केवल महाराजगंज बल्कि पूर्वांचल से पार्टी के एक बड़े नेता को खो देना पड़ा।
हर्षवर्धन ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी के निकट जगह बना ली थी। कांग्रेस की नजर पिछले एक साल से स्व. हर्षवर्धन के परिवार पर टिकी हुई थी। हर्षवर्धन की बेटी सुप्रिया जो पेशे से पत्रकार है, कि राहुल गांधी से लगातार बातचीत हो रही है।
अब जब सुप्रिया के चुनाव लड़ने की चर्चा तेज हो रही है तो वही कांग्रेसी नेताओं में इसको लेकर काफी खुसी है, लेकिन सुप्रिया अभी इस मामले पर कुछ बोलने को तैयार नहीं है, जबकि उनके समर्थकों में इसको लेकर काफी खुशी है।