न्यूज डेस्क
लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस का मंथन जारी है। हार की जिम्मेदारी लेते हुए कांग्रेेस के कई नेताओं ने इस्तीफा दे दिया तो कई ने पेशकश की है। इस बीच कांग्रेस ने फैसला लिया है कि कांग्रेस एक महीने तक अपने प्रवक्ताओं को टीवी डिबेट में नहीं भेजेगी।
पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने गुरुवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है, ”कांग्रेस ने टेलिविजन डिबेट में एक महीने तक अपने प्रवक्ताओं को ना भेजने का फैसला किया है। सभी मीडिया चैनल/एडिटर्स से अनुरोध है कि वे अपने शो में कांग्रेस प्रतिनिधियों की जगह ना रखें।”
.@INCIndia has decided to not send spokespersons on television debates for a month.
All media channels/editors are requested to not place Congress representatives on their shows.
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) May 30, 2019
कांग्रेस से पहले समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को एक लेटर जारी कर अनुरोध किया था कि वो पार्टी के किसी भी सदस्य या पदाधिकारी को डिबेट में ना बुलाए।
राहुल के इस्तीफे के अटकलों के बीच कांग्रेस के इस फैसले से प्रवक्ताओं की भी मुश्किलें कम हो गई है। राहुल के इस्तीफे के सवाल पर उन्हें भी कोई उत्तर नहीं देते बन रहा था। हालांकि कांग्रेस ने यह साफ नहीं किया है कि पार्टी अगले एक महीने के दौरान डिजिटल और प्रिंट मीडिया से जुडऩा जारी रखेगी या नहीं।
संकट से जूझ रही है कांग्रेस
गौरतलब है कि 542 सीटों पर हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को महज 52 सीटें मिली हैं। यहां तक कि पिछले साल कांग्रेस ने जिन 3 राज्यों (मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़) में बीजेपी को मात दी थी, वहां भी पार्टी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है।
ऐसे में कांग्रेस इस समय अंदरूनी संकट से जूझ रही है। इस बीच मीडिया में खबरें आ रही हैं, कांग्रेस के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अड़े हुए हैं। इस तरह की खबरें हार पर मंथन करने के लिए हुई कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के बाद सामने आ रही हैं।