न्यूज डेस्क
नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में हिंसा के चलते तनाव बरकरार है। हिंसा में मरने वालों की संख्या 20 तक जा पहुंची है, तो वहीं करीब 200 लोग घायल बताए जा रहे हैं। हिंसा में घायलों की सुरक्षा और बेहतर इलाज के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में जस्टिस एस. मुरलीधर के घर आधी रात को सुनवाई हुई। कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को मुस्तफाबाद के एक अस्पताल से एंबुलेंस को सुरक्षित रास्ता और मरीजों को सरकारी अस्पताल में शिफ्ट करने का निर्देश दिए।
इस बीच दिल्ली हिंसा को लेकर कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक आज हुई। बैठक में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मौजूद रहे। बैठक में हिंसा के दौरान मरने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी गई।
बैठक में फैसला लिया गया कि कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता कांग्रेस मुख्यालय 24 अकबर रोड से राष्ट्रपति भवन तक शांति मार्च निकालेंगे। सभी सांसदों को कांग्रेस मुख्यालय बुलाया गया है। इस मार्च में सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी भी शामिल हो सकती हैं।
हालांकि, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी न तो इस बैठक में शामिल हुए और न ही वे कांग्रेस नेताओं के शांति मार्च में शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी देश से बाहर गए हैं।
बैठक से पहले कांग्रेस नेता और पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने दिल्ली पुलिस पर निशाना साधा। चिदंबरम ने अपनी ट्वीट में कहा कि चाहे गृह मंत्री हो या फिर गृह मंत्रालय, सरकार का कर्तव्य है कि वह हिंसा को रोके। हिंसा सोमवार से जारी है और अब भी हिंसा की घटनाएं हो रही हैं। यह दिल्ली पुलिस की भारी विफलता को दिखाता है।