न्यूज डेस्क
देश की राजनीति से अलग उत्तर प्रदेश की धरती पर अपनी राजनीतिक जमीन तलाश रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा एक-एक करके कदम बढ़ाते जा रही हैं। यूपी में अपनी नई टीम बनाने के साथ ही उन्होंने साफ संकेत दिए हैं कि प्रदेश की सियासत में अपनी पार्टी को वापस लाने के लिए उन्होंने कमर कस ली है।
ट्वीटर के माध्यम से लगातार योगी सरकार को घेर रही हैं प्रियंका ने पूर्वांचल से आने वाले कुशीनगर निवासी और पिछड़े वर्ग से आने वाले अजय कुमार लल्लू को प्रदेश का अध्यक्ष पद देकर पिछड़ों और पूर्वी वोटरों को साधने की कोशिश की है।
साथ ही कांग्रेस ने प्रदेश के लिए जो कमिटी घोषित की है, वह पिछली कमिटी से तकरीबन दस गुना छोटी है। प्रदेश की पिछली कमिटी में करीब 500 लोग थे, जबकि इसमें सलाहकार परिषद समेत कुल 67 लोगों को ही जगह दी गई है। कमिटी के सदस्यों की औसत आयु लगभग 40 साल है।
घोषित सूची में जातीय समावेशी फॉर्म्यूले को अपनाया गया है। करीब 45% लोग पिछड़ी जातियों से ताल्लुक रखते हैं। इनमें भी अतिपिछड़ी जातियों पर ज्यादा फोकस किया गया है। दलित आबादी को करीब 20% का नेतृत्व दिया गया है। सवर्णों की भागीदारी करीब 20% है।
इसके अलावा आम तौर पर यूपी के दौरे के दौरान अमेठी और रायबरेली रूकने वाली प्रियंका गांधी वाड्रा अब राजधानी लखनऊ में अपना आशियाना खोज लिया है। पार्टी संगठन में नई जान फूंकने की जुगत में लगी प्रियंका ने दिवंगत पूर्व केन्द्रीय मंत्री शीला कौल के एक करीबी रिश्तेदार के गोखले मार्ग पर स्थित मकान को अपनी रिहाइश के तौर पर पसंद किया है और वह जब भी लखनऊ आएंगी तो इसी घर में ठहरेंगी।
यह घर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय से करीब तीन किलोमीटर दूर है और अब यहां शीला कौल के परिवार का कोई सदस्य नहीं रहता। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि प्रियंका जब पिछली दो अक्टूबर को गांधी संदेश पदयात्रा में शामिल होने के लिए लखनऊ आई थीं तो हवाई अड्डे से सीधे उसी मकान में गई थीं और वहां करीब डेढ़ घंटा रुकने के बाद पदयात्रा के लिए शहीद स्मारक पहुंची थीं।
पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं का मानना है कि प्रियंका को अपना ठिकाना मिल गया है और अब वह उत्तर प्रदेश को ज्यादा समय देंगी और यहां बार-बार आएंगी। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक इससे पहले गोमतीनगर में भी प्रियंका के लिए ऐसे मकान की तलाश की जा रही थी, जो उनकी सुरक्षा के लिहाज से उपयुक्त हो। प्रियंका को एसपीजी की सुरक्षा प्राप्त है।
प्रियंका 14 अक्टूबर से प्रदेश में तीन दिवसीय दौरे पर आ सकती हैं। माना जा रहा है कि नए प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की जॉइनिंग के बाद प्रियंका नई कमिटी के सभी सदस्यों के साथ एक बड़ी बैठक कर आगे की रणनीति बनाएंगी और उन्हें नई जिम्मेदारियां सौंपेंगी। अजय कुमार लल्लू ने बताया कि एक-दो दिन में वह अध्यक्ष पद संभाल लेंगे।