न्यूज़ डेस्क
महाराष्ट्र में सियासी ड्रामा बढ़ता ही जा रहा है। यहां अचानक से राष्ट्रपति शासन हटा और बीजेपी ने अजित पवार की मदद से वहां पर दोबारा सत्ता हासिल कर ली है। इसके बाद पूरा मामला कोर्ट जा पहुंचा है और सोमवार को इस मामले में सुनवाई होनी है। वहीं इसके बाद से लगातार शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस एक जुट होने का दावा कर रहे हैं।
ऐसे में महाराष्ट्र में बीजेपी ने ऑपरेशन लोटस शुरू कर दिया है।इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि टीवी दिखा रहा है कि भाजपा महाराष्ट्र में संस्थाओं, संविधान को ठेंगा दिखाते हुए कर्नाटक का खेल फिर से दोहराना चाह रही है।
टीवी दिखा रहा है कि भाजपा महाराष्ट्र में संस्थाओं, संविधान को ठेंगा दिखाते हुए कर्नाटक का खेल फिर से दोहराना चाह रही है।
महाराष्ट्र में 12000 किसानों ने आत्महत्या कर ली। उनके लिए भाजपा सरकार की जेब से तो मदद नहीं निकली।
क्या हम जनादेश के खुले अपहरण के दौर में पहुँच चुके हैं?
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 25, 2019
महाराष्ट्र में 12000 किसानों ने आत्महत्या कर ली। उनके लिए भाजपा सरकार की जेब से तो मदद नहीं निकली। क्या हम जनादेश के खुले अपहरण के दौर में पहुँच चुके हैं?
गौरतलब है कि कांग्रेस महासचिव ने कई मुद्दों पर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है इससे पहले उन्होंने चुनावी बांड का मुद्दा उठाया था. उन्होंने कहा था कि इलेक्टोरल बॉंड के जरिए चंदा लेने के मामले में एक रिपोर्ट ने चार खुलासे किए हैं। कल भाजपा सरकार के मंत्री ने एक रटा रटाया कागज प्रेस के सामने पढ़ दिया! लेकिन इन प्रश्नों के जवाब कहाँ हैं? क्या यह सच है कि RBI और चुनाव आयोग की आपत्तियों को नकारा गया?
अलग थलग पड़े अजित पवार
महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस ने अजित पवार के साथ मिलकर मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम पद की शपथ ले ली. लेकिन अजित पवार ने जिन एनसीपी विधायकों के साथ में होने का दावा किया था उनमें से अधिकतर शरद पवार के पाले में वापस आ गए थे. शरद पवार का दावा है कि एनसीपी की बैठक में 54 विधायकों में से करीब 53 विधायक वापस आ गए हैं ऐसे में अजित पवार अलग थलग पड़ते दिखाई दे रहे हैं