पॉलिटिकल डेस्क।
राहुल गांधी के अध्यक्ष पद छोड़ने की जिद को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने एक इंटरव्यू में कहा है कि नेहरू-गांधी नाम के अध्यक्ष के बिना भी पार्टी जिंदा रहेगी।
उन्होंने कहा है कि गैर-गांधी को पार्टी का अध्यक्ष बनाया जा सकता है, लेकिन यह भी तभी संभव है, जब गांधी परिवार की संगठन में सक्रिय भूमिका रहे। उन्होंने कहा है कि वे तो चाहते हैं कि राहुल गांधी ही अध्यक्ष बने रहें, लेकिन अगर उनकी इच्छा हटने की है, तो उसका भी सम्मान होना चाहिए।
अय्यर ने कहा कि, “मुझे पूरा भरोसा है कि बिना नेहरू-गांधी नाम के प्रमुख के बिना भी पार्टी जीवित रहेगी, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि नेहरू-गांधी नाम पार्टी में एक्टिव रहे और जहां भी कोई गंभीर मतभेद की स्थिति पैदा हो तो उसके निपटारे में मदद कर सके। “
उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि, “मैं जानता हूं कि बीजेपी का मकसद ‘गांधी-मुक्त कांग्रेस’ का है, जैसे ‘कांग्रेस-मुक्त भारत’ का है। मैं नहीं सोचता कि हमें यह सोचकर उनके ट्रैप में फंसना चाहिए कि उन्होंने कुछ ऐसा खोज निकाला है, जो हम नहीं खोज सकते।”
अय्यर ने कांग्रेस में आए इस संकट का ठीकरा भी बीजेपी पर ही फोड़ने की कोशिश की है।
बता दें कि अपने बयानों की वजह से कई बार पार्टी से साइडलाइन किए जा चुके मणिशंकर का ये बयान ऐसे वक्त में आया है, जब कांग्रेस गांधी परिवार से अलग किसी नेता को अध्यक्ष पद सौंपने के बारे में पार्टी अब तक सोच नहीं पायी है।
लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद 25 मई को राहुल गांधी ने कांग्रेस वर्किंग कमिटी में अपने पद से इस्तीफे की पेशकश की थी।