रूबी सरकार
मध्यप्रदेश में तेजी से बदल रहे नाटकीय घटनाक्रम के तहत राजनीतिक माहौल गर्म है और कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के भविष्य को लेकर जो काले बादल छाये हैं, वे हर क्षण और गहराते जा रहे हैं। ऐसा लगता है, कि कोई चमत्कार ही इस सरकार को जीवनदान दे सकता है।
वैसे राजनीति में जब तक कोई अंतिम निष्कर्ष न निकले, चमत्कारों की संभावना बनी रहती है। वैसे अक्सर यह देखना में आया है, कि राजनीति में जो दिखता है वह होता नहीं और जो होता है, वह दिखता नहीं। लेकिन पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने और बाद में राज्यसभा प्रत्याशी बनने के बाद लगता है कि इस बार राजनीति में जैसा होता हुआ दिख रहा है, वैसा ही होने की पूरी संभावना है।
इसी श्रृंखला में विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति के नोटिस के बाद कांग्रेस के बागी विधायक आज दोपहर में बैंगलुरू से भोपाल आने की संभावना है। भोपाल आने से पहले सभी19 विधायकों ने वीडियों जारी कर केंद्रीय सुरक्षा की मांग की है।
इससे पहले कमलानाथ सरकार के छह मंत्रियों के त्यागपत्र विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने स्वीकार कर लिया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ की सिफारिश पर राज्यपाल लालजी टण्डन ने इन्हें मंत्रिमण्डल से बर्खास्त कर दिया है।
देर रात राज्यपाल ने निर्देष दिया, कि 16 मार्च को राज्य विधानसभा में उनके अभिभाषण के बाद पहले सरकार विश्वासमत प्राप्त करें। उन्होंने मतदान की प्रक्रिया भी निर्धारित कर दी है और इसकी वीडियोग्राफी कराने का निर्देष विधानसभा अध्यक्ष को दिया।
इधर सिंधिया समर्थक विधायकों ने वीडियों जारी करते हुए कहा, कि उन्होंने अपनी स्वेच्छा से इस्तीफा दिया है, उन्हें कमलनाथ सरकार पर भरोसा नहीं हे, उनके भोपाल पहुंचने पर उन्हें गिरफ्तार भी करवाया जा सकता है। उन्हें सिंधिया के हमले का भी जिक्र किया और सुरक्षा की मांग की है।
विधायकों ने कहा, कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए हमें सीआरपीएफ की सुरक्षा दी जाये, हो सकता है कि हमें स्पीकर से मिलने नहीं दिया जाय। विधायकों ने यही भी कहा है, कि अगर परिजनों द्वारा कोई शिकायत की जाए तो उसे अमान्य कर दिया जायें। सूत्रों की माने तो पूर्व मुख्यमंत्री षिवराज और राज्यसभा उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया विधायकों से बैंगलुरू जाकर मुलाकात के बाद विधायकों की शाम तक भोपाल वापसी हो सकती है।
मालुम हो कि विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने कांग्रेस के बागी सभी विधायकों को दोबारा से नोटिस दिया है। विधानसभा अध्यक्ष ने बागी विधायकों को 15 मार्च तक पेश होने का नोटिस दिया है। इसके पहले प्रजापति ने सभी 22 विधायकों को अलग-अलग दिन पर बुलाया था। लेकिन अब सभी को 15 मार्च 2020 शाम 5 बजे पेश होने का नोटिस जारी कर दिया है। वहीं कोंग्रेस ने भी व्हीप जारी कर सभी विधायकों को भोपाल में उपस्थित रहने के निर्देष दिये हैं।
इस बीच जयपुर में रखे गए कांग्रेस के विधायक भोपाल पहुंचे। वे इंडिगो एयरलाइन्स की स्पेशल विमान से राजाभोज एयरपोर्ट पहुंचे। गौरतलब है, कि कांग्रेस के 82 विधायक जयपुर में थे। भोपाल पहुंचने के बाद उन्हें भोपाल के कोटियार्ड मेरियट में ठहराया गया है।