न्यूज डेस्क
लोकसभा चुनाव के अंतिम दौर में आने के साथ ही सभी दल जोड़-तोड़ की राजनीति कर सत्ता के शिखर पर बैठने की जुगत में लग गए हैं। कांग्रेस लगातार बीजेपी गठबंधन को सत्ता से बाहर रखने के लिए प्रयास कर रहा है। वहीं, केंद्र की कुर्सी बचाने के लिए मोदी और शाह की जोड़ी भी अपने सभी दांवपेंच आजमा रही है। वहीं थर्ड फ्रंट की भी चर्चा जोरों पर है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2019 के लिए आखिरी चरण का प्रचार थम चुका है। 19 मई को सातवें और अंतिम चरण के लिए वोट डाले जाएंगे। 23 मई को दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का परिणाम आने से पहले सोनिया गांधी समेत विपक्ष के वरिष्ठ नेता एक्शन में आ गए हैं।
यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने 23 मई को चुनाव के नतीजे आने से पहले थर्ड फ्रंट के नेताओं को चि्टठी लिखी है। सोनिया ने यूपीए और गैर एनडीए पार्टी प्रमुखों को पर्सनल लेटर लिखा है। इसमें उन्होंने सारे नेताओं को 23 मई को दिल्ली में होने वाली बैठक में शामिल होने का निमंत्रण दिया है।
सूत्रों की माने तो बीजेपी को केंद्र की कुर्सी से हटाने के लिए कांग्रेस आलाकमान ने मास्टर प्लान तैयार किया है। इसके तहत अगर बीजेपी बहुमत तक नहीं पहुंचती है तो कांग्रेस किसी तरह से सभी पार्टियों को साथ लाकर सरकार बनाने का जादुई आंकड़ा पा सके।
इसके लिए सोनिया गांधी ने खुद कमान संभाली है। सोनिया अपनी टीम के साथ सभी क्षेत्रीय दलों को साधने के लिए काम शुरू कर दिया है। माना जा रहा है कि कई क्षेत्रीय पार्टियां ऐसी हैं, जो सीधे राहुल गांधी से संवाद करने में असहज होंगी। इसलिए रणनीतिक तौर पर सोनिया गांधी को एक बार फिर आगे लाया गया है।
माना जा रहा है कि जिस तरह 2004 में कांग्रेस ने 145 सीट पर ही मनमोहन सिंह के नेतृत्व में सरकार बना ली थी। कांग्रेस का ये इतिहास रहा है कि 100 पार होते ही सरकार बनाने की रणनीति में कांग्रेस का कोई मुकाबला नहीं है और इस बार भी ये काम सोनिया गांधी ने अपने हाथों में ले लिया है।
इस बीच तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ‘मिशन गठबंधन’ के लिए दिल्ली के दौरे पर है। चंद्रबाबू नायडू शनिवार को कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। उसके बाद लखनऊ जाकर बसपा सुप्रीमो मायावती से मुलाकात करेंगे।
राहुल गांधी के साथ नायडू की यह मुलाकात इस मायने में भी खास है क्योंकि एक दिन पहले शुक्रवार को राहुल गांधी ने गठबंधन से सरकार बनाने के संकेत दिए थे। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने साफ कर दिया कि उनका मकसद बीजेपी को सत्ता में वापसी से रोकना है। इसके लिए वो विपक्ष के हर फॉर्मूले पर सहमति को राजी है। नायडू से मुलाकात में इस फॉर्मूले पर ही चर्चा होने की संभावना है।
इससे पहले नायडू ने शुक्रवार देर शाम दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। आम आदमी पार्टी ने इसे शिष्टाचार भेंट बताया।
नायडू विपक्ष के नेताओं से सिलसिलेवार तरीके से मुलाकात कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने शुक्रवार को कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी और माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी से भी मुलाकात की। ऐसा भी कहा जा रहा है कि आज नायडू शरद यादव से भी मुलाकात कर सकते हैं।