हेमेंद्र त्रिपाठी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने जब से उत्तर प्रदेश की राजनीति में एंट्री ली है तबसे बहुत से लोग उनके मुरीद हो गये हैं। हो भी क्यों न प्रियंका जब भी किसी के दुःख दर्द में शामिल होती हैं तो ऐसा लगता ही नहीं कि वो किसी दूसरे के दुःख दर्द में शामिल हो रही हैं। हाथरस कांड से पहले यूपी के सोनभद्र कांड में भी कुछ इसी तरह से दुख बाटती नजर आई थी।
आपको बता दें कि सोनभद्र के उम्भा गांव में जमीन के लिए 10 गोंड आदिवासियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड के बाद प्रियंका गांधी जब पीड़ितों के परिजनों से मिलने सोनभद्र पहुंची तो उन्हें चुनाव गेस्ट हाउस में हिरासत में ले लिया गया। इसके बाद वो वहीं धरने पर बैठ गयी थी।
इस बीच जब प्रियंका गांधी से पीड़ितों के परिजन मिलने पहुंचे तो माहौल बेहद ग़मगीन हो गया। हत्याकांड के मारे गए लोगों के परिवार के महिलाएं प्रियंका गांधी से लिपट गई और खूब रोईं। इस माहौल से प्रियंका भी खुद को भावुक होने से नहीं रोक पाईं। और उनके भी आंसू छलक आए। इसके बाद प्रियंका ने परिजनों को न्याय दिलाने की बात कही थी।
इसी तरह हाथरस कांड में भी प्रियंका जब युवती के परिजनों से मिलने पहुंची तब मृतक युवती की मां उनसे गले लिपटकर रोने लगी। प्रियंका से मिलकर पीड़िता का परिवार काफी भावुक हुआ और पूरे घटनाक्रम को सिलसिलेवार तरीके से दोनों को बताया। कांग्रेस नेताओं ने पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये का चेक भी दिया और कहा कि वे उनकी हर तरह से मदद करने को तैयार हैं।
पीड़ित परिवार से मिलकर प्रियंका गांधी ने कहा कि जहां-जहां अन्याय होगा, हम उसके खिलाफ लड़ेंगे। हम पीड़ित परिवार के साथ डटे हुए पीड़िता का परिवार बच्ची का चेहरा तक नहीं देख पाया, यह बहुत दुखद है।यह अन्याय है। पीड़ित परिवार की मांग है कि डीएम को सस्पेंड किया जाए और उन्हें कोई पोस्ट न दी जाए।
इस दौरान जब प्रियंका और राहुल जब हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे थे तो उन्हें शाम को डीएनडी फ्लाईओवर पर ही रोक लिया गया। इस बात से कांग्रेस कार्यकर्ताओं उग्र हो गये और फ्लाईओवर पर जमकर हंगामा करना शुरू कर दिया। थोड़ी देर बाद कांग्रेस कार्यकर्ता और पुलिस के बीच झड़प शुरू हो गई।
इसके बाद पुलिस ने एक कांग्रेसी कार्यकर्ता पर लाठियां बरसानी शुरू कर दी। उस कांग्रेस कार्यकता पर जब प्रियंका गांधी की नजर पड़ी तो तुरंत ही अपने कार्यकर्ता को बचाने के लिए वहां पहुंचीं और पुलिस से कार्यकर्ता को छुड़ा लिया। ऐसा करके प्रियंका कई बड़े बड़े नेताओं से आगे निकल गई।
प्रियंका गांधी की ये तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। हो भी क्यों न, प्रियंका ने ऐसा करके अपने कार्यकताओं में एक नया जोश जो भर दिया। अक्सर बड़े-बड़े नेताओं के लिए उनके कार्यकर्ताओं को बहुतों बार लाठी खाते हुए देखा गया होगा लेकिन ऐसा शायद पहली बार हुआ है जब किसी नेता ने पुलिस की लाठियों से अपने कार्यकर्ता को बचाया।
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इसके बाद उस कार्यकर्ता को गाड़ी में बैठाया गया और राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने उसका हालचाल पूछा। काफी देर चले हंगामें के बाद पुलिस ने राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत 35 नेताओं को हाथरस जाने की इजाजत दे दी। हाथरस जाने के दौरान रास्ते में प्रियंका गांधी ने मीडिया से बात की और योगी सरकार पर जमकर हमला बोला।
प्रदेश की हर घटना पर प्रियंका ने लगातार योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। कांग्रेस महासचिव के यूपी में सक्रीय होने से एक तरफ जहां पार्टी का जनाधार वापस आता दिखाई दे रहा है। वहीं दूसरी तरफ कार्यकर्ताओं में भी जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है।
हर घटना पर प्रियंका सरकार पर सोशल मीडिया के तहत जमकर निशाना साधती रहती हैं। इससे एक बात तो तय है कि जबसे प्रियंका ने यूपी की कमान सभाली है तबसे योगी सरकार की बेचैनी बढ़ गई है।
इस मामले में वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र दुबे ने बताया कि जिस तरह से प्रियंका गांधी अपने भाई राहुल गांधी के साथ हाथरस कांड में कूदी है उसे देख कर ऐसा लगता है कि प्रियंका महिलाओं के मुद्दे को लेकर बेहद संवेदनशील है। यूपी में प्रियंका गांधी एक अच्छी नेत्री होने का परिचय दे रही हैं।
उन्होंने कहा कि जिस तरह बसपा प्रमुख और समाजवादी पार्टी के बड़े नेता हाथरस कांड में गायब दिख रहे हैं। इससे प्रियंका के नेतृत्व में कांग्रेस काफी मजबूत दिखाई पड़ रही है।