कांग्रेस ने आगामी लोकसभा चुनाव में अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाने के लिए खास रणनीति बनाई है।
कांग्रेस ने देश की कुल 543 लोकसभा सीटों में से 350 सीटों पर सर्वे कराए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी और अहमद पटेल ने अपने-अपने स्तर पर ये सर्वे कराए हैं। इसके अलावा कांग्रेस ने शक्ति ऐप के जरिए भी एक सर्वे किया है। इस सर्वे के माध्यम से राज्यों के प्रभारियों से हर सीट के लिए एक-एक नाम मांगे गए हैं।
सात अलग-अलग चरणों में हुआ सर्वे
ये सर्वे सात अलग-अलग चरणों में किया गया है। गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में उम्मीदवार का चयन करने के लिए कांग्रेस ने सर्वे कराए हैं। इस सर्वे का मकसद लोकप्रिय उम्मीवादार को पहचानना और बूथ स्तर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पार्टी से और मजबूती जोड़ना है। इसके आधार पर प्रत्याशियों के नाम तय किए जाएंगे।
शक्ति ऐप
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 4 सर्वे कराए हैं, जबकि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और पार्टी के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल ने भी एक-एक सर्वे कराए हैं। इसके अलावा एक सर्वे कांग्रेस ने अपने शक्ति ऐप के जरिए किया है।
मौजूदा समय में 60 लाख से ज्यादा कार्यकर्ता इस ऐप के माध्यम से कांग्रेस से जुड़े हैं। माना जा रहा है कि शक्ति ऐप के जरिए कराए गए सर्वे में जमीनी कार्यकर्ताओं की राय है, इसलिए इस सर्वे को खास तवज्जो दी जा रही है।
कांग्रेस के उम्मीदवारों के चयन में सबसे ज्यादा तवज्जो शक्ति ऐप के द्वारा किए सर्वे को दी जा रही है। सातों सर्वे के लिए कांग्रेस ने कुल 100 प्वॉइंट तय किए थे। लेकिन शक्ति ऐप के जरिए किए गए सर्वे को सबसे ज्यादा 22 प्वॉइंट दिए गए हैं। कांग्रेस ने जमीनी कार्यकर्ताओं से सीधे जुड़ने और उनके फीडबैक के लिए शक्ति ऐप बनाया था।