जुबिली न्यूज़ डेस्क
कोविड-19 को लेकर लोगों में भय बना हुआ है. आम आदमी के बीच कई तरह की अफवाहें और आशंकाएं व्याप्त है। इसी बीच मध्यप्रदेश के जबलपुर से एक ऐसी खबर आई है जिसे सुनकर यकीन करना मुश्किल होगा. लेकिन पीड़ित पक्ष का आरोप है तो कुछ तो सच्चाई भी होगी ही।
बता दें कि आज से करीब 10 दिन पहले कांग्रेस के युवा नेता आशीष तिवारी की मृत्यु हो गई थी। उस समय कहा गया था कि आशीष कोविड-19 से संक्रमित थे इसलिए उनकी मौत हो गई परंतु अब उनकी पत्नी नेहा तिवारी ने वीडियो जारी करके बताया है कि आशीष तिवारी संक्रमित नहीं थे। उनकी ऑक्सीजन बंद कर दी गई थी जिससे उनकी मृत्यु हुई।
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संस्कारधानी मतलब जबलपुर .. पर यहां हो क्या रहा है? मरीज़ों का इलाज नहीं हो रहा, कोरोना की रिपोर्ट नहीं आ रही .. मरीज़ों को ऑक्सीजन नहीं मिल रही? इस महिला की तकलीफ सुनिए सरकार..@ChouhanShivraj @OfficeofSSC @JM_Scindia @SPJabalpur @MPRakeshSingh @NIRTH_Jabalpur @jitupatwari pic.twitter.com/LGLPemrtUy
— @Abhinav Mawar (@MawarAbhinav) September 16, 2020
अपने बयान में नेहा तिवारी ने पूरा घटनाक्रम बताया है। उन्होंने बताया कि आशीष तिवारी को सामान्य बुखार था। रविवार होने के कारण डॉक्टर उपलब्ध नहीं थे इसलिए उन्हें अपने भाई की मदद लेनी पड़ी।
नेहा तिवारी ने बताया कि अस्पताल में ऑक्सीजन दिया गया तो वह काफी रिलैक्स फील कर रहे लेकिन उनके भाई के जाते ही 10 मिनट के अंदर उनकी मृत्यु हो गई है। नेहा तिवारी का आरोप है कि उनकी ऑक्सीजन सप्लाई बंद कर दी गई थी।
नेहा तिवारी ने अपने वीडियो में पति की मृत्यु के बदले किसी भी प्रकार के मुआवजे की नहीं बल्कि उस डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है जो आशीष तिवारी की ऑक्सीजन सप्लाई के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने लोगों से समर्थन मांगा है।
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