न्यूज डेस्क
अंतरराष्ट्रीय मंचों पर लगातार भारत से मात खाने के बाद पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। इस बीच भारत के मंत्री समय-समय पर पीओके पर कब्जा करने की बात कह कर लगातार पाकिस्तान पर दबाव बना रहे हैं। इस बीच कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने भी मोदी सरकार के मंत्रियों के सुर में सुर मिलाया है।
सिंघवी ने ट्वीट कर पाकिस्तान से कहा, ‘तुम अपनी आदतों से बाज नहीं आओगे, जल,थल,नभ, यूएन हर जगह हमसे मात खाओगे, अगर अब भी न सुधरे ए नादान पड़ोसी तो, चीन के दान से मिले कश्मीर (पीओके) को भी गंवाओगे।’
तुम अपनी आदतों से बाज नहीं आओगे
जल,थल,नभ #UN हर जगह हमसे मात खाओगे,
अगर अब भी न सुधरे ए नादान पड़ोसी तो
चीन के दान से मिले कश्मीर को भी गँवाओगे | #Pakistan
#PakBeatenAtUN #UNHCR— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) September 11, 2019
इससे पहले केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा था कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) हमारा अगला एजेंडा है। यह भारत का अभिन्न अंग बनाना है। उन्होंने कहा कि 1994 में ही संसद ने संकल्प पीओके को लेकर संकल्प लिया था। उस वक्त केंद्र में नरसिम्हा राव की अगुवाई वाली कांग्रेस की सरकार थी।
बताते चले कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेउ 370 हटान के बाद बौखलाया पाकिस्तान ने UNHRC में इस मुद्दे को उठाया, जिसके बाद भारत की ओर से विदेश मंत्रालय के फर्स्ट सेक्रेटरी विमर्श आर्यन ने भी पाकिस्तान को करारा जवाब दिया।
UNHRC में रात साढ़े नौ बजे भारत पाकिस्तान के आरोपों का उत्तर देते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय के फर्स्ट सेक्रेटरी विमर्श आर्यन ने भारत की ओर से पाकिस्तान के झूठे दावों को खारिज किया। विमर्श आर्यन ने कहा जम्मू-कश्मीर भारत का आंतरिक मामला था, है और रहेगा। विमर्श आर्यन ने कहा पाकिस्तान फोरम का ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रहा है।
UNHRC में MEA के प्रथम सचिव विमर्श आर्यन ने कहा अनुच्छेद 370 भारतीय संविधान का एक अस्थायी प्रावधान था, इसका हालिया संशोधन हमारे संप्रभु अधिकार के भीतर है और पूरी तरह से भारत का आंतरिक मामला है। विमर्श आर्यन ने कहा- पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में हमेशा जेहाद को प्रोत्साहित किया है। आर्यन ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के दखल को भारत बर्दाश्त नहीं करेगा।
विमर्श आर्यन ने कहा हम इस मंच का राजनीतिकरण और ध्रुवीकरण करने के उद्देश्य से झूठे आख्यानों के साथ पाकिस्तान के उन्मादपूर्ण बयानों पर आश्चर्यचकित नहीं हैं। पाकिस्तान को लग रहा है कि है कि हमारे फैसले से सीमा पार आतंकवाद के निरंतर प्रायोजन में बाधाएं पैदा हो रही है जिससे उसके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई है।
विमर्श आर्यन ने कहा कुछ पाकिस्तानी नेता इतना आगे बढ़ चुके हैं कि वह जम्मू-कश्मीर और तीसरे देशों में हिंसा को प्रोत्साहित करने के लिए जेहाद को प्रोत्साहित कर रहे हैं, ताकि इसे नरसंहार का नाम दिया जा सके, वे भी जानते हैं कि यह वास्तविकता से बहुत दूर है।
विमर्श आर्यन ने कहा पाकिस्तान का हिंसात्मक रिकॉर्ड खुद उसके बारे में गवाही देता है. यह बयानबाजी पाकिस्तान के धार्मिक और जातीय अल्पसंख्यकों समूह चाहे वह ईसाई, सिख, शिया, अहमदिया और हिंदू हों के उत्पीड़न और उन्मूलन से दुनिया का ध्यान नहीं हटाएगी. विमर्श आर्यन ने कहा जैसा कि इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) का संबंध है, भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने का पाकिस्तान के पास कोई अधिकार नहीं है।