जुबिली स्पेशल डेस्क
देश की सबसे पुरानी पार्टी इस वक्त काफी कमजोर नजर आ रही है। दरअसल हाल के दिनों में कई बड़े नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है और बीजेपी का दामन थाम लिया है। कई नेताओं के बगावती तेवर की वजह से कांग्रेस को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
पंजाब, हरियाणा और हिमाचल राज्यों में कांग्रेसी नेताओं के बीच तालमेल की कमी नजर आ रही है और कई नेताओं ने खुले तौर पर हाईकामन को भी चुनौती दी है।
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इस बीच कांग्रेस सांसद शशि थरूर के तेवर भी कांग्रेस पार्टी को मुश्किल में डाल रहे हैं। शशि थरूर ने पीएम मोदी के अमेरिका दौरे और केरल के सीएम पिनाराई विजयन की तारीफ करने की वजह से कांग्र्रेस में हलचल पैदा कर दी है। कहा जा रहा है कि उन्होंने पार्टी लाइन से हटकर बयान दिया है और थरूर ने कहा कि वो कांग्रेस के साथ हैं, लेकिन पार्टी को मेरी जरूरत नहीं है तो मेरे पास भी विकल्प मौजूद है। थरूर के तेवर बता रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी के साथ-साथ उनके पास कई और विकल्प मौजूद है।
कांग्रेस की केरल इकाई के मुखपत्र ने शशि थरूर को नसीहत देते हुए लेख छापा था. मुखपत्र वीक्षणम डेली के द्वारा लिखा गया था कि थरूर को स्थानीय निकाय चुनाव से पहले पार्टी की उम्मीद को ठेस नहीं पहुंचाना चाहिए।हजारों पार्टी कार्यकर्ताओं की उम्मीदों को धोखा न दें। ऐसे में साफ है कि शशि थरूर और कांग्रेस के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा।