पॉलिटिकल डेस्क।
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए मतदान में चार दिन ही शेष बचे हैं, लेकिन राजनीतिक दलों के दांव-पेंच अभी भी जारी हैं। हर रोज कोई ना कोई नेता अपनी पार्टी से बगावत करता नजर आ जाता है। नेताओं के दल-बदल के इस दौर में रोज नए-नए समीकरण बन और बिगड़ रहे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस पार्टी ने एनडीए में बड़ी सेंधमारी की योजना बनाई थी। कांग्रेस के इस दांव से एनडीए में फूट पड़ सकती थी। दरअसल एनडीए में शामिल जेडीयू की यूपी इकाई के कुछ पदाधिकारी कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के संपर्क में थे और पूरी की पूरी यूपी जेडीयू के कांग्रेस में विलय का प्लान था।
इस विषय में कहीं से जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार को जानकारी हो गई और उन्होंने आनन-फानन में राजधानी लखनऊ स्थित जेडीयू कार्यालय में ताला डलवा दिया। हालांकि इस पूरे मामले के मीडिया में आने के बाद जेडीयू पार्टी कार्यालय का ताला खुलवा दिया गया है।
प्रियंका गांधी के संपर्क में थे जेडीयू के पदाधिकारी
बता दें कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को मजबूत करने की जिम्मेदारी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया को सौंपी है। प्रियंका गांधी पहली बार सक्रिय रूप से कांग्रेस के लिए मैदान में हैं। उन्होंने जब से यूपी में पार्टी की कमान संभाली है तब से कांग्रेस में मजबूती भी आई है।
कुछ दिनों पहले जहां यूपी में सीधे सीधे बीजेपी और महागठबंधन में लड़ाई मानी जा रही थी वहीं अब यह लड़ाई त्रिकोणीय हो गई है। प्रियंका गांधी के इशारे पर कई बड़े चेहरों ने कांग्रेस ज्वाइन की है। साथ ही कई दलों और संगठनों ने कांग्रेस के साथ हाथ मिलाया है।
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ऐसे में यूपी में जेडीयू के पदाधिकारियों को कांग्रेस में शामिल करने की योजना थी। सूत्रों के मुताबिक जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष आरवी चौधरी और महासचिव चंद्रपाल सिंह वर्मा समेत कई नेता पार्टी से बगावत के मूड में थे और कांग्रेस में शामिल होने वाले थे। अब ऐसे में अगर कांग्रेस का प्लान सफल हो जाता तो नीतीश कुमार समेत एनडीए को बड़ा झटका लगता।