जुबिली न्यूज डेस्क
लखनऊः उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और सपा के बीच तकरार लगातार बढ़ती जा रही है। मध्य प्रदेश में सपा को सीटें न दिए जाने को लेकर इंडिया गठबंधन के इन दोनों दलों के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं। सपा ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में 9 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे लेकिन इनमें से पांच सीटों पर कांग्रेस ने भी अपने प्रत्याशी खड़े कर दिए। इसे लेकर अखिलेश ने कांग्रेस के प्रति नाराजगी जताई और उससे जवाब मांगा। अब यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने अखिलेश को इस पर जवाब दे दिया है।
दरअसल, मध्य प्रदेश में कांग्रेस से टकराव के मसले पर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए अखिलेश यादव ने कह दिया था कि कांग्रेस अपने चिरकुट नेताओं से हमारी पार्टी के बारे में न बुलवाए। उनका यह निशाना कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय की ओर था, जो अखिलेश को लेकर बयान दे रहे थे। उनकी इस टिप्पणी पर जब अजय राय से प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा कि जो अपने सम्मानित पिता की इज्जत नहीं कर पाए, वह हमारे जैसे साधारण लोगों की क्या करेंगे। इसके साथ ही अजय राय ने इस सवाल का भी जवाब दे दिया कि आखिर कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में सपा को सीटें क्यों नहीं दीं।
कांग्रेस ने दिया सबूत, कौन भाजपा के साथ
अजय राय ने कहा कि जनता देख रही है कि भाजपा से कौन मिला है। इससे पहले 7 उपचुनाव हुए। यूपी में घोसी में उपचुनाव हुआ। हम लोगों ने बिना समर्थन मांगे इनको समर्थन दिया और इनका कैंडिडेट भारी मतों से चुनाव जीता। उसी समय चुनाव बागेश्वर के भी हुए। इन्होंने वहां अपना कैंडिडेट दिया और वहां चुनाव लड़ाया। वहां भाजपा चुनाव जीती है। कांग्रेस हार गई। तो ये साबित हो गया कि भारतीय जनता पार्टी के साथ कौन मिला है और कौन बी-टीम के रूप में काम कर रहा है। ये उत्तराखंड में पता चल गया। अभी मध्य प्रदेश में भी पता चल जाएगा।
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अजय राय ने कहा कि मध्य प्रदेश के अंदर भी इनकी कुछ वहां ऐसी स्थिति नहीं है। जबर्दस्ती वहां पर भी चुनाव लड़ना चाहते हैं। एक भी विधायक इनका नहीं रह गया है। एक विधायक था इनका, वह भी भाजपा में चला गया है। वहां भी भाजपा के साथ यह अंदर से मिलकर काम कर रहे हैं। अगर इनकी ये सोच है कि भाजपा को रोकना है तो पूरी ताकत के साथ कांग्रेस को मदद करनी चाहिए। बता दें कि इससे पहले भी अजय राय सपा मुखिया पर हमलावर रहे हैं। इससे नाराज होकर ही अखिलेश यादव ने अजय राय की हैसियत पर सवाल उठाए थे और उन्हें कांग्रेस का चिरकुट नेता कह दिया था।