जुबिली स्पेशल डेस्क
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने वाला है। ऐसे में राजनीतिक दलों की धडक़ने तेज हो गई है। बीजेपी और कांग्रेस पिछले काफी समय से दिल्ली की सत्ता से दूर है और इस बार जीत का दावा कर रहे हैं जबकि आम आदमी पार्टी एक बार फिर अपनी सरकार बनाने के लिए जनता से समर्थन मांग रही है।
दूसरी तरफ दिल्ली विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दल एक दूसरे पर किचड़ भी जमकर उछाल रहे हैं। बीजेपी और कांग्रेस सीधे तौर पर केजरीवाल को टारगेट कर रही है और लगातार उनपर हमला बोल रही है। जल विवाद को लेकर हरियाणा बीजेपी ने केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
दूसरी तरफ कांग्रेस इस बार दिल्ली के चुनावी दंगल में दमखम के साथ मैदान में उतर रही है। कांग्रेस को भरोसा है कि दिल्ली में उसकी सरकार बनेगी और कई सालों से चला आ रहा वनवास अब खत्म हो जायेगा।
इसको लेकर कांग्रेस जमीनी स्तर पर काम कर रही है और अपनी जीत के लिए उसके लोकल लीडर भी खूब पसीना बहा रहे हैं।इस बीच कांग्रेस ने इलेक्शन कमीशन की ओर से कराए जाने वाले चुनावों की निगरानी करने के लिए एक कमेटी बनाने का फैसला किया है। दरअसल कांग्रेस पार्टी ने रविवार (2 फरवरी,2025) को ईगल (Empowered Action Group of Leaders and Experts) कमेटी का ऐलान किया। कांग्रेस ने ईगल कमेटी को तत्काल प्रभाव से सियासी मैदान में उतार दिया है।
ईगल कमेटी सबसे पहले महाराष्ट्र वोटर लिस्ट मामले की जांच करेगी और इसकी पूरी रिपोर्ट कांग्रेस नेतृत्व को सौंपेगी। इसके साथ राज्यों के चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन का भी विश्लेषण किया जायेगा। इसके साथ ही राज्यों में होने वाले आगामी चुनावों पर भी नजर बनाए रखेगी। ईगल टीम का मुख्य काम स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराने पर जोर देना का होगा।
कमेटी में कांग्रेस के वरिष्ठ और कद्दावर नेता अजय माकन,कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, डॉ. अभिषेक मनु सिंघवी प्रवीण चक्रवर्ती, पवन खेड़ा, गुरदीप सिंह सप्पल, डॉ. नितिन राउत और चल्ला वामशी चंद रेड्डी का नाम शामिल है।