जुबिली स्पेशल डेस्क
देश में इन दिनों कृषि कानूनों को लेकर बवाल देखने को मिल रहा है। दरअसल कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने आंदोलन तेज कर दिया है। इस वजह से मोदी सरकार भी टेंशन में है।
सरकार किसानों से लगातार बातचीत कर रही है। हालाँकि सरकार अभी तक कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को ख़त्म नहीं करा पायी हैं।
कृषि कानूनों को लेकर ‘एनडीए’ में भी एक राय नहीं है। अब ख़बर है कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के बाद हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सरकार पर दबाव बढ़ता दिख रहा है।
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आलम तो यह है कि बीजेपी के साथ अब उनके सहयोगी दलों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान के सरकार से समर्थन वापस लेने के ऐलान के बाद कांग्रेस स्थिति पर नजर रखे हुए है।
जानकारी मिल रही है कि कुछ और विधायक समर्थन वापस ले सकते हैं। ऐसे में हरियाणा की बदलती राजनीति पर हरियाणा कांग्रेस नज़र बना रखी है।
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निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान के समर्थन वापसी के बाद उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पर दबाव बढ़ गया है। बता दे कि वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था।
पार्टी ने दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी के दस विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई है। कांग्रेस नेता मानते हैं कि जननायक जनता पार्टी (जजपा) के अंदर भी नाराजगी बढ़ रही है।
ऐसे में वहां पर उलटफेर होने की संभावना नज़र आ रही। वहीं जींद की खापों ने भी जजपा विधायकों पर दबाव बढ़ा दिया है।
खाप चाहती है कि जजपा भाजपा से संबंध तोड़कर किसानों का साथ दे। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि कृषि कानून पर कांग्रेस विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाएगी।
इसके लिए राज्यपाल से विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की जाएगी। कुल मिलकर कांग्रेस अब वहां पर चौकन्ना है।