जुबिली न्यूज डेस्क
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी का किला दरकाने के बाद गृहमंत्री अमित शाह असम दौरे पर हैं। अपने दो दिनों के दौरे के दौरान अमित शाह राज्य की सियासी गणित को समझेंगे और बीजेपी को मजबूत करने के लिए अन्य दलों को पार्टी में शामिल करेंगे। इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह प्रदेश के 8000 नामघर वैष्णव संतों के बीच वित्तीय सहायता वितरित करेंगे। गृह मंत्री अमित शाह एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
गृह मंत्री अमित शाह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के घटक दलों के नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। इनमें असम गण परिषद, युनाइटेड पीपल्स लिबरल पार्टी, गण शक्ति, राभा यूथ मंच शामिल हैं। इसके अलावा अमित शाह बीजेपी असम की प्रदेश कार्यकारिणी के नेताओं से भी मिलेंगे और असम विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियों के संबंध में चर्चा करेंगे।
ये भी पढ़ें: किसानों के आंदोलन की मार से रिलायंस हुआ परेशान
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की तरह ही असम में भी 2021 में ही विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में अब दोनों ही राज्यों में विधायकों के अपनी पार्टियों से टूटने का सिलसिला शुरू हो चुका है। जहां कुछ ही दिन पहले बंगाल में एक के बाद एक विधायक बीजेपी में शामिल हो गए, वहीं असम में भी यही तस्वीर दोहराने की कोशिश की जा रही है।
दरअसल, कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में असम की विधायक अजंता नेओग को प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अजंता के निष्कासन को स्वीकृति प्रदान की। असम की पूर्व मंत्री अजंता के बीजेपी में शामिल होने की अटकले में लगाई जा रही हैं।
ये भी पढ़ें: आर्या चुनी गई देश की सबसे युवा मेयर
बता दें कि गोलाघाट विधानसभा से चार बार की विधायक अजंता नेओग असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई की काफी करीबी मानी जाती थीं। उन्हें गोगोई सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा तक प्राप्त था। बताया गया है कि कुछ ही दिन पहले नेओग ने असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और नॉर्थ-ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस के संयोजक हिमंत बिस्व शर्मा से मुलाकात की थी।
इसके बाद ही कांग्रेस की नजर उन पर टेढ़ी हो गई थीं। उन्हें पहले असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव रंजन बोरा ने कारण बताओ नोटिस जारी किया था। हालांकि, जवाब न मिलने पर नेओग को पार्टी से निष्काषित कर दिया गया।
ये भी पढ़ें: सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस MBS ने लगवाई कोरोना वैक्सीन
माना जा रहा है कि तरुण गोगोई सरकार में मंत्री रहीं नेओग अमित शाह की मौजूदगी में बीजेपी जॉइन कर सकती हैं। मुमकिन है कि गृह मंत्री अमित शाह के तीन दिन के नॉर्थ-ईस्ट दौरे पर उन्हें बंगाल के बागी टीएमसी नेता शुभेंदु अधिकारी की तरह ही किसी बड़े कार्यक्रम के दौरान पार्टी में शामिल कराया जाए।
दूसरी ओर कांग्रेस खेमे में इस बात की भी चर्चा शुरू हो गई है कि नेओग के साथ और कौन से नेता बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं। सूत्रों के मतुाबिक, शाह के दौरे पर ही नेओग के साथ 100 से ज्यादा कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता बीजेपी जॉइन कर सकते हैं। इनमें गोलाघाट विधानसभा के कुछ ब्लॉक प्रेसि़डेंट भी शामिल होंगे। इससे पहल सरुपथर सीट से कांग्रेस विधायक रोजलिन तिर्के भी राज्य के सिंचाई मंत्री भावेश कलीता की मौजूदगी में बीजेपी के स्थानीय दफ्तर गई थीं। उनके भी शाह के दौरे पर ही बीजेपी जॉइन करने की अटकलें जोरों पर हैं।
ये भी पढ़ें: ओली ने फिर बढ़ाई नेपाल की मुश्किलें
इसके अलावा लखीपुर विधायक राजदीप गोआला, जिन्हें अक्टूबर में कांग्रेस ने छह साल के लिए निष्काषित कर दिया था, उनके भी बीजेपी में शामिल होने की चर्चा है।