जुबिली न्यूज डेस्क
देश में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए कांग्रेस ने UP सहित सभी चुनावी राज्यों में अपनी सभी राजनैतिक रैलियां रद्द कर दी हैं।
कांग्रेस ने ऐलान किया है कि पार्टी उत्तर प्रदेश और अन्य चुनावी राज्यों में बड़ी रैलियों को नहीं करेगी।
बरेली में मंगलवार को कांग्रेस की रैली में बड़ी संख्या में महिलाएं और लड़किया बिना मास्क पहने जुटी थीं, इस रैली में इतनी भीड़ जुटी थी कि भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई थीं।
कांग्रेस ने #Covid wave को देखते हुए, कांग्रेस के प्रोग्राम जहां जनता ज्यादा एकत्रित होती है जैसे शक्ति संवाद, मैराथन पर लगाई रोक।
कांग्रेस महासचिव श्रीमती @priyankagandhi की उत्तर प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा के बाद लिया गया फ़ैसला। pic.twitter.com/H7b7pc9h1n
— INC TV (@INC_Television) January 5, 2022
वहीं, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी दिल्ली से सटे गौतम बुद्ध नगर में कोरोना संक्रमण के कई मामले सामने आने के बाद गुरुवार को यहां होने वाले अपने आयोजन को रद्द कर दिया है।
हालांकि भाजपा की तरफ से प्रदेश में होने वाले चुनावी रैलियों के लेकर अब तक कोई फैसला नहीं किया गया है।
वहीं मंगलवार को बरेली में कांग्रेस के ‘लड़की हूँ, बालक शक्ति हूं’ चुनाव अभियान के तहत आयोजित मैराथन में सैकड़ों महिलाएं और लड़कियां बिना मास्क पहने शामिल हुई थीं।
जनसैलाब इतना उमड़ा कि पूरी सड़क भर गई और,जैसे ही मैराथन शुरू हुआ कुछ महिलाएं नीचे गिर गईं। इससे भीड़ में धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इस कार्यक्रम का आयोजन कांग्रेस नेता और बरेली की पूर्व मेयर सुप्रिया एरॉन ने किया था।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में जहां दो महीने से भी कम समय में बचा है, वहीं अब देश में कोरोना संक्रमण के मामलों की रफ्तार बढ़ गई है। ऐसे में कोरोना की नई लहर को लेकर चिताएं बढ़ गई हैं, खासकर ओमिक्रॉन को लेकर डर बढ़ता जा रहा है क्योंकि इस वेरिएंट के संक्रमण की दर बहुत ज्यादा है।
यूपी में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर पिछले महीने इलाहाबाद हाई कोर्ट ने चिंता जताते हुए पीएम मोदी और चुनाव आयोग से कहा था कि, जान है तो जहान है। इसीलिए कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए चुनावों को टालने पर विचार करना चाहिए।
कांग्रेस के प्रवक्ता गुरदीप सिंह सप्पल ने कहा है कि उम्मीद है कि अन्य पार्टियां भी कांग्रेस के फैसले का अनुसरण करेंगी।
In last round of state elections, @RahulGandhi first took the decision to cancel all rallies in the wake of second wave.
Now @priyankagandhi takes the decision to cancel all rallies in UP.
Hope all others now follow. Congress has taken the initiative.
— Gurdeep Singh Sappal (@gurdeepsappal) January 5, 2022
इलाहाबाद हाई कोर्ट के जस्टिस शेखर यादव ने ये अपील करते हुए कहा था कि, “लोगों को कोरोना की तीसरी लहर से बचाने के लिए राजनीतिक दलों की चुनावी रैलियों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।”
उन्होंने कहा था-”राजनीतिक दलों को टीवी और न्यूज पेपर के जरिए अपना चुनावी कैंपेन चलाने के लिए कहना चाहिए। चुनाव आयोग को राजनीतिक दलों की बैठकों और रैलियों को लेकर सख़्त कदम उठाने चाहिए, चुनाव को आगे बढ़ाने पर विचार करना चाहिए, क्योंकि जान है तो जहान है.”
इसके बाद मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा था कि चुनाव की तारीखों की घोषणा और आदर्श आचार संहिता लागू होने के
बाद हमारी जिम्मेदारी शुरू होती है। तब तक, ये जिम्मेदारी राज्य सरकार के पास है कि वे राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की सिफारिशों के अनुसार कार्य करें। “