अविनाश भदौरिया
2019 लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी सेनाएं मैदान में है। सभी राजनीतिक दलों का यूपी में खास ध्यान हैं। वहीं यूपी के अंतर्गत आने वाला बुंदेलखंड क्षेत्र भी सियासी दलों के लिए खास महत्व रखता है। बुंदेलखंड क्षेत्र में करीब 13 जिले आते हैं। यह क्षेत्र कभी कम्युनिस्ट राजनीति का गढ़ रहा है। पीएम मोदी से लेकर राहुल गांधी तक सभी नेता बुंदेलखंड को विशेष महत्व देते हैं। राहुल गांधी ने इस क्षेत्र में काफी दौरे किए हैं।
कांग्रेस ने अब तक बुंदेलखंड की दो सीटों के लिए उम्मीदवार घोषित किए हैं। कांग्रेस ने जालौन से बृजलाल खबरी और हमीरपुर लोकसभा सीट से प्रीतम सिंह को टिकट दिया है।
हमीरपुर लोकसभा सीट का इतिहास
हमीरपुर लोकसभा सीट पर आजादी के बाद से अब तक 16 बार लोकसभा चुनाव हो चुके हैं। इनमें से 7 बार कांग्रेस को जीत मिली जबकि बीजेपी को 4 बार, बसपा को 2 बार के अलावा एक-एक बार सपा, जनता दल और लोकदल को जीत मिल चुकी है।
हमीरपुर महोबा लोकसभा से इस बार कांग्रेस ने लोधी जाति के प्रीतम सिंह किसान को अपना प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस ने प्रीतम सिंह को हमीरपुर-महोबा लोकसभा से उम्मीदवार बनाकर बड़ी चाल चली है। इस सीट से कांग्रेस उमीदवार के जीतने की संभावना बढ़ गई है।
दरअसल आजादी के बाद इस सीट पर सात बार लोधी जाति का प्रत्याशी सांसद रहा है। 1967 में जनसंघ के टिकट पर स्वामी ब्रह्मानंद ने पहली बार इस सीट पर लोधी जाति का परचम लहराया और फिर 1971 में स्वामी जी दुबारा कांग्रेस के टिकट पर सांसद बने।
1980 एवं 1985 में डूंगर सिंह व स्वामी प्रसाद लोधी संसद पहुँचे। वर्ष 1989 में गंगा चरण राजपूत जनता दल से सांसद चुने इसके बाद 1996 एवं 1999 में भी गंगा चरण ने ही इस लोक सभा के प्रतिनिधि बने।
इस तरह इस सीट पर सबसे ज्यादा सात बार लोधी पाँच बार ब्राह्मण व चार बार क्षत्रिय जाति के लोग सांसद चुने गए। इस बार कांग्रेस ने प्रीतम सिंह को टिकट देकर पुनः अपने पुराने वैभव को पाने का प्रयास किया है।
अब देखना यह होगा कि प्रियंका और लोधी जाति प्रभाव कांग्रेस को कितना फायदा पहुंचाता है वैसे कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी जल्दी घोषित कर दांव मार लिया है।