न्यूज डेस्क
कांग्रेस सेवादल के द्वारा विनायक सावरकर पर टिप्पणी करने वाली छापी गई किताब पर विवाद बढ़ गया है। भारतीय जनता पार्टी और विनायक सावरकर के परपोते ने इस पर सवाल उठाए और निशाना साधा। वहीं, अब शिवेसना सांसद संजय राउत ने कहा है कि वीर सावरकर एक महान व्यक्ति थे और एक महान व्यक्ति बने रहेंगे. एक वर्ग उनके खिलाफ बात करता रहता है, यह उनके दिमाग में गंदगी को दिखाता है।
विनायक सावरकर पर टिप्पणी करने वालों पर करारा हमला करते हुए संजय राउत ने कहा, ‘जो लोग सावरकर जी के बारे में ऐसा बोल रहे हैं उनके दिमाग की जांच की जानी चाहिए। फिर चाहे वो महाराष्ट्र हो या देश का कोई हिस्सा हर कोई सावरकर जी पर गर्व करता है। जो लोग इस तरह की बातें करते हैं, उनका दिमाग गंदगी से भरा है।’
संजय राउत बोले कि शिवसेना का स्टैंड पूरी तरह से साफ है वीर सावरकर महान थे, हैं और रहेंगे। उन्होंने कहा कि जो भी किताब छपी है वो मध्य प्रदेश की गंदगी है, ये कभी भी महाराष्ट्र में नहीं आएगी. ये गैर-कानूनी है, हमें कोई सावरकर के बारे में ना सिखाए तो ठीक है।
इससे पहले सावरकर के परपोते रंजीत सावरकर ने इस किताब पर तुरंत रोक लगाने की मांग की है और साथ ही केस दर्ज करने की बात कही है। इसके अलावा उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से अपील की है कि वह राज्य में इस किताब पर बैन लगा दें।
रंजीत सावरकर ने अपील की है कि इस मामले में सेक्शन 120, 500, 503, 504, 505 और 506 के तहत केस दर्ज किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को भी इस मामले में दखल देना चाहिए और एक्शन लिया जाना चाहिए।
रंजीत सावरकर के अलावा बीजेपी विधायक आशीष शेल्लार ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से इस किताब के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की है। आशीष शेल्लार ने ट्वीट किया है कि अगर आपके महाराष्ट्र के धर्म पालन में सावरकर आते होंगे तो आप सावरकर को बदनाम करने वाली इस किताब को महाराष्ट्र में बैन करें। देशभक्ति के प्रतीक पर कांग्रेस की ओर से की गई टिप्पणी की निंदा करते हैं. हम सब सावरकर।
बता दें कि मध्य प्रदेश के भोपाल में कांग्रेस सेवादल ने विनायक सावरकर को लेकर एक किताब छापी है, जिसमें कुछ ऐसी टिप्पणियां की गई हैं जिनपर बवाल हो गया है। इस किताब में दावा किया गया है कि विनायक सावरकर और नाथूराम गोडसे में समलैंगिक संबंध थे। तभी से इसपर विवाद हो रहा है।