न्यूज डेस्क
लोकसभा चुनाव में जीत के बाद दोबारा सत्ता के शिखर पर पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ काशी में बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने के बाद पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत के उज्जवल भविष्य के लिए यूपी की जनता सोचती है। यूपी देश की राजनीति को दिशा देने के साथ ही लोकतंत्र की नींव को मजबूत कर रहा है। बता दें कि यूपी की 80 सीटों में से बीजेपी ने 64 लोकसभा सीट पर जीत हासिल की है।
हालांकि, 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी गठबंधन ने 73 सीटों पर जीत हासिल की थी। इस बार बीजेपी को नौ सीट का नुकसान हुआ है, लेकिन जानकारों की माने तो ये इस बार की जीत पिछली बार के जीत से ज्यादा बड़ी है।
उसके पीछे की वजह बताते हुए कई राजनीतिक जानकारों का कहना है कि बीजेपी ने समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती के गठबंधन की बड़ी चुनौती को सफलता पूर्वक सामना किया।
देश में जिस महागठबंधन की नींव सपा-बसपा ने यूपी में रखी थी और बीजेपी के सामने जातीय चक्रव्यूह रचा था। मोदी और शाह की जोड़ी ने उस अभेद चक्रव्यूय को तोड़ते हुए सभी राजनीतिक पंडितों के बोलती बंद कर दी। यूपी की जनता ने इस बार जातीय जोड़-घटाने से ऊपर उठ कर वोट किया।
जिस जातीय व्यूय रचना के आधार पर मायावती प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रही थी और अखिलेश यादव किंग मेकर बनने का ख्वाब संजो रहे थे, जनता के एक फैसले ने दोनों नेताओं समेत देश के सभी दिग्गजों को फिर से सोचने को मजबूर कर दिया है।
वहीं, अमेठी से राहुल गांधी की हार भी इस बात का संकेत है कि जनता अब सिर्फ विकास और काम के आधार वोट देगी। अब वो समय नहीं रहा जब धर्म और जाति के नाम पर कोई भी ठेकेदार जनता को ठग कर वोट ले सकता है और सत्ता की कुर्सी पर बैठ सकता है। यूपी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव की हार इस बात की ओर इशारा दे रही है कि अब देश बदल रहा है।