स्पेशल डेस्क
लखनऊ। मजदूरों पर प्रियंका की बस पॉलिटिक्स पर लगातार घमासान देखने को मिल रहा है। बस पॉलिटिक्स में यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को जेल भेज दिया गया था लेकिन इस मामले में कांग्रेस की मुश्किले कम होने का नाम नहीं ले रही है। यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की जमानत याचिका खारिज कर दी गई है। हालांकि अब कांग्रेस हाईकोर्ट जाने की तैयारी में है। इस पूरे मामले में लखनऊ पुलिस की दलील और दस्तावेज देखने के बाद कोर्ट ने अजय कुमार लल्लू को जमानत देने से इनकार कर दिया है। लखनऊ की स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट जमानत अर्जी पर सुनवाई कर रही थी। लल्लू पर बसों की सूची देने और फर्जीवार्जी का आरोप है।
क्या था पूरा मामला
कोरोना काल में राजनीति भी खूब देखने को मिल रही है। बात अगर उत्तर प्रदेश की जाये तो यहां पर कोरोना वायरस के साथ-साथ प्रवासी मजदूरों को लेकर राजनीति खूब देखने को मिल रही है। दरअसल कांग्रेस और बीजेपी दोनों इस मुद्दे पर अपनी पीठ थपथपाने में लगे हुए है। कांग्रेस ने कोरोना काल में पहले से ज्यादा एक्टिव नजर आ रही है। इसी के तहत प्रियंका गांधी ने बड़ा सियासी दांव चलते हुए यूपी में 1000 बसों की पेशकश की थी लेकिन सियासी दांव-पेंच में फंसाकर 1000 बसों को चलने नहीं दिया गया। इतना ही नहीं लल्लू पर बसों की सूची देने और फर्जीवाड़ा का आरोप लगाकर जेल भी भेज दिया गया है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का क्या कहना है
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की जमानत याचिका सेशन कोर्ट से खारिज कर दी गयी है। हमें न्यायपालिका में पूरा विश्वास है और हमारे प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को इंसाफ मिलेगा। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को गैरकानूनी ढंग से जेल भेजने के खिलाफ पार्टी महाअभियान चलाएगी। हम गांव-गांव हर गरीब की झोपड़ी तक अपनी बात ले जाएंगे और लोगों की सेवा करेंगे।
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कांग्रेस विधायक दल नेता आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि लाखों जरूरतमंदों तक भोजन और राशन पहुंचने वाले, हज़ारों मजदूरों को उनके घरों तक लाने वाले, गरीबों-मजदूरों के मददगार अजय कुमार लल्लू का आखिर अपराध क्या है? यही कि उन्होंने जरूरतमंदों की मदद की? मजदूरों को राहत मिले इसलिए बसों का बंदोबस्त किया। सेवा कार्य से बौखलाई योगी सरकार ने महासचिव प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह और कांग्रेस के 90 से अधिक नेताओं के ऊपर फ़र्ज़ी मुकदमे दर्ज कराए हैं। फर्जी मुकदमे और जेल की सलाखें सेवाकार्य को रोक नहीं पाएगीं।हमारी पार्टी देश निर्माता श्रमिकों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि हम एक जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं लेकिन योगी आदित्यनाथ की सरकार राजनीतिक द्वेष और गरीब विरोधी मानसिकता का परिचय दे रही है। कांग्रेस पार्टी अजय कुमार लल्लू को गैरकानूनी ढंग से जेल भेजने के खिलाफ महाअभियान चलाएगी। हम गांव-गांव हर गरीब की झोपड़ी तक अपनी बात ले जाएंगे और लोगों की सेवा करेंगे।
नसीमुद्दीन सिद्दीकी बोले-10 लाख प्रवासी श्रमिकों की मदद की
कांग्रेस वरिष्ठ नेता सदस्य विधान परिषद नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि अबतक पूरे प्रदेश में 90 लाख से अधिक लोगों तक कांग्रेस पार्टी ने राशन और भोजन पहुंचाया है। 10 लाख प्रवासी श्रमिकों की मदद की। 22 जिलों में साझी रसोईघर चलाया गया। 40 हाइवे स्टॉल्स लगाकर नाश्ता, खाना वितरित किया गया। यह सब प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में हुआ और आज हम पुनः सेवा का संकल्प ले रहे हैं कि भाजपा सरकार के दमन से झुकेंगे नहीं, सेवा कार्य और जी जान लगाकर करेंगे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की पंजाब सरकार ने 34 करोड़ रुपया श्रमिकों को टिकट के लिए दिया। 54 करोड़ महाराष्ट्र सरकार ने श्रमिकों को टिकट के लिए दिया। 5 करोड़ रुपया राजस्थान सरकार ने अकेले यूपी के मजदूरों के टिकट के लिए खर्च किया। कल ही महासचिव प्रियंका गांधी 16 सौ श्रमिकों को ट्रेन से गोरखपुर मुख्यमंत्री के क्षेत्र में भेजा है।
उन्होंने कहा कि हमें देश की न्यायपालिका पर भरोसा है। मजदूरों, गरीबों और जरूरतमंदों के साथी हमारे अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू जी को जरूर इंसाफ मिलेगा।
पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी कहा कि भाजपा के नेता और कार्यकर्ता रोजाना सोशल डिस्टेंसिंग और महामारी में लागू नियमों की धज्जियां उड़ाते हैं। अपने सभी राजनीतिक कार्यक्रम करते हैं। लेकिन एक भी भाजपा का नेता गरीब की सेवा करते नहीं दिखा। प्रदेश के मुख्यमंत्री अपनी पीठ थपथपाने में व्यस्त हैं। उप मुख्यमंत्री पतंगबाजी में लगे हैं।
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प्रदेश उपाध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी ने कहा कि गरीब-मजदूर विरोधी योगी आदित्यनाथ की सरकार नहीं चाहती कि श्रमिक बहनों-भाईयों को राहत मिले। लेकिन योगी आदित्यनाथ जी कान खोलकर सुन लीजिए, हमारा मदद का हाथ कमजोर नहीं होगा।
वीरेंद्र चौधरी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ अपने आपराधिक कृत्य के चलते जेल भेजे गए थे, संसद भवन में फफक फफककर रोए थे। आज फिर वे कायरों की तरह द्वेषपूर्ण राजनीति कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम सेवाकार्य को और तेज कर रहे हैं। देश निर्माताओं की जी-जान लगाकर सेवा करेंगे, भाजपा सरकार चाहे जितना दमन करे मगर हम सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।