न्यूज डेस्क
दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच चल रही गठबंधन की संभावनाएं ख़त्म हो गई है। फ़िलहाल कांग्रेस ने सभी सातों सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए है। संभावना है की थोड़ी ही देर में इसकी घोषणा कर दी जाएगी।
जानकारी के अनुसार कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी पीसी चाको ने बताया कि पार्टी अकेले ही सातों सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इनमे से चार सीटों पर नाम फाइनल कर दिए गए है।
PC Chacko, Congress: AAP wanted to have an alliance in other states also which is not practical. Every state is different; we will announce the seats tomorrow or day after tomorrow. If they are ready for an alliance in Delhi with Congress, we are ready even today. pic.twitter.com/orFer3r6Kq
— ANI (@ANI) April 12, 2019
इसके अलावा उन्होंने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी आज भी गठबंधन के लिए तैयार है तो हम तैयार हैं, लेकिन बाकी राज्यों की स्थिति अलग है।
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी ने बताया कि आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने दिल्ली में गठबंधन पर तीन सीटों की मांग की थी, जिस पर कांग्रेस तयार थी लेकिन आम आदमी पार्टी ही पीछे हट गई।
चाको के अनुसार, गठबंधन पर आम आदमी पार्टी ने कोई प्रैक्टिकल फैसला नहीं लिया, इसलिए अब कांग्रेस सातों सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
यह उम्मीद की जा रही है कि पूर्वी दिल्ली सीट से शीला दीक्षित, नई दिल्ली से अजय माकन, पश्चिम दिल्ली से महाबल मिश्रा, उत्तर पूर्वी दिल्ली से जेपी अग्रवाल, उत्तर पश्चिमी दिल्ली से राजकुमार चौहान, दक्षिणी दिल्ली से ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार और चांदनी चौक से कपिल सिब्बल को कांग्रेस अपना उम्मीदवार बना सकती है।
बता दें कि कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक गुरुवार को हुई थी, जिसमे कांग्रेस ने हरियाणा और दिल्ली में उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर लिए हैं। साथ ही दिल्ली के सभी सातों सीट के नाम भी तय कर लिए गए हैं। इन नामों पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंजूरी दे दी है।
कांग्रेस प्रवक्ता सुरजेवाला ने पहले ही ऐलान कर दिया था कि कांग्रेस दिल्ली छोड़कर किसी अन्य राज्य में गठबंधन नहीं करेगी। जबकि आम आदमी पार्टी चाहती थी कि दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा और पंजाब में भी वह गठबंधन का हिस्सा बने।
कांग्रेस में एक गुट था जो आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के पक्ष में था। जबकि दूसरा पक्ष किसी भी हाल में गठबंधन नहीं चाहता और कांग्रेस के अकेले चुनाव मैदान में उतरने की बात कर रहा था।राहुल गांधी को भी इस बात से अवगत कराया गया था।