जुबिली न्यूज डेस्क
कांग्रेस माइनॉरिटी सेल के चेयरमैन शाहनवाज़ आलम की गिरफ्तारी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। उत्तर प्रदेश विधानसभा का घेराव करने जा रहे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय के गेट पर रोक लिया है। इस दौरान कांग्रेसियों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई है।
अजय सिंह बिष्ट सरकार के इशारे पर पुलिस द्वारा गिरफ़्तार किया जाना निंदनीय है।पार्टी के साथियों की अनैतिक गिरफ़्तारी का लोकतांत्रिक तरीक़े से विरोध हमारा राजनैतिक धर्म और संवैधानिक अधिकार है।प्रदेश अध्यक्ष और नेता विधानमंडल दल की गिरफ़्तारी निंदनीय है। pic.twitter.com/bMp9gO7hDx
— Nadeem Javed (@nadeeminc) June 30, 2020
पुलिस ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, विधानमंडल नेता आराधना मिश्रा समेत कई कांग्रेसियों को हिरासत में ले लिया है। हिरासत में लिए जाने के बाद कांग्रेस नेताओं ने योगी सरकार और उत्तर प्रदेश पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष लल्लू का कहना है कि शाहआलम का न तो एफआईआर में नाम है और न ही चार्जशीट में फिर भी उन्हें देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। यह सरकार विरोध की आवाज को दबाना चाहती है लेकिन हम कह देते हैं वो कितना भी दमन कर ले कांग्रेस का कार्यकर्ता डरने वाला नहीं है।
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इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था, ‘कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता जनता के मुद्दों पर आवाज उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बीजेपी सरकार यूपी पुलिस को दमन का औजार बनाकर दूसरी पार्टियों को आवाज उठाने से रोक सकती है, हमारी पार्टी की नहीं।’
प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, ‘यूपी पुलिस ने हमारे अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष को रात के अंधेरे में उठाया। पहले फर्जी आरोपों को लेकर हमारे प्रदेश अध्यक्ष को चार हफ्तों के लिए जेल में रखा। ये पुलिसिया कार्रवाई दमनकारी और आलोकतांत्रिक है। कांग्रेस के सिपाही पुलिस की लाठियों और फर्जी मुकदमों से नहीं डरने वाले।’