जुबिली स्पेशल डेस्क
उत्तर प्रदेश का अयोध्या राम मंदिर के भूमि पूजन को लेकर पूरी तरह से तैयार है। राम नगरी अयोध्या पूरी तरह से बदली हुई नजर आ रही है। पीएम मोदी के कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कर दी गई है। इसके साथ ही प्रसाद के लिए लड्डुओं को बनाने का काम भी तेजी से चल रहा है।
राम मंदिर निर्माण भूमि पूजन की शुभ घड़ी बस दो दिन दूर है लेकिन कांग्रेस और बीजेपी राम मंदिर के भूमि पूजन के मुहूर्त को लेकर आमने-सामने आ गए है। दरअसल कांग्रेस के बड़े नेता दिग्विजय सिंह ने राम मंदिर भूमि पूजन के मुहूर्त को लेकर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने मुहूर्त को लेकर सबसे पहले ट्वीट किया था जिसके बाद बीजेपी के निशाने पर आ गए थे।
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इसके बाद दिग्विजय सिंह ने अब प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम समय पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने प्रेस वार्ता कर बड़ा बयान देतेू हुए कहा कि भगवान राम के मंदिर पर सैकड़ों वर्ष तक विवाद रहा, इसको जो राजनीतिक रूप दिया जा रहा है मेरी आपत्ति उसपर है। उन्होंने आगे कहा कि जब पूरे देश में ये परंपरा चल रही है कि हर शुभ काम में मुहूर्त देखा जाता है, अभी चतुर्मास चल रहा है और भादो है, तो फिर 5 अगस्त को भूमिपूजन क्यों हो रहा है।
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बता दें कि उन्होंने पहले ट्वीट करते हुए कहा था कि भगवान राम करोड़ों हिंदुओं के आस्था के केंद्र हैं और हज़ारों वर्षों की हमारे धर्म की स्थापित मान्यताओं के साथ खिलवाड़ मत करिए।
भगवान राम करोड़ों हिंदुओं के आस्था के केंद्र हैं और हज़ारों वर्षों की हमारे धर्म की स्थापित मान्यताओं के साथ खिलवाड़ मत करिए।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) August 3, 2020
दिग्विजय सिंह के इसी ट्वीट को लेकर बीजेपी ने उनको घेरते हुए कहा कि दिग्विजय पर रोड़ा डालने का आरोप लगाया था। इसके बाद उन्होंने इस पूरे मामले पर प्रेस वार्ता कर बीजेपी पर निशाना साधा है। दिग्विजय ने कहा कि मैं उनसे पूछता हूं कि क्या मुहूर्त सही है? साधु संतों को बोलना चाहिए इस समय वो मौन क्यों है? मैं तो कहता हूं इसपर शास्त्रार्थ होना चाहिए, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शिलान्यास तो पहले ही राजीव गांधी कर चुके हैं।
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अयोध्या में भगवान राम मंदिर निर्माण के शिलान्यास के अशुभ मुहूर्त में कराये जाने पर हमारे हिंदू (सनातन) धर्म के द्वारका व जोशीमठ के सबसे वरिष्ठ शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज का संदेश व शास्त्रों के आधार पर प्रमाणित तथ्यों पर वक्तव्य अवश्य देखें।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 23, 2020
बता दें कि कोरोना महामारी के बीच अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। सरकारी अमला वहां डेरा जमाए हुए है। प्रधानमंत्री मोदी की ओर से श्रीरामजन्मभूमि मंदिर के भूमिपूजन के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर प्रशासनिक व पुलिस अमला बेहद सतर्क हो गया है। इसलिए अयोध्या में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर तीन अगस्त से पाबंदी लगा दी गई है।