जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में दो फॉर्मास्टिों के बीच टकराव होने की बात सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि इस टकराव में फॉर्मासिस्ट श्रवण कुमार सचान घायल हो गए है।
उन्होंने इस मामले में थाने में शिकायत दर्ज करायी है। जानकारी के मुताबिक फॉर्मासिस्ट श्रवण कुमार सचान का झगड़ा बलरामपुर अस्पताल के चीफ फॉर्मासिस्ट वीपी सिंह से बातचीत के दौरान विवाद होने की बात सामने आ रही है। दूसरी ओर कहा यह भी जा रहा है कि दो दिन पूर्व आपसी झगड़ा हुआ था उसके बाद मामला मारपीट में सोमवार को बदल गया।
उधर इस मामले में फॉर्मासिस्ट श्रवण कुमार सचान ने फॉर्मासिस्ट वीपी सिंह के खिलाफ केस दर्ज कराया है। उन्होंने एफआईआर में फॉर्मासिस्ट वीपी सिंह के खिलाफ गम्भीर आरोप लगाये हैं।
उधर कहा जा रहा है कि चुनाव नजदीक है, इसलिए राजनीतिक प्रतिद्वंदिता के नजरिये से भी इस मारपीट की घटना को देखा जा रहा है।
उन्होंने कहा है कि दस दिसम्बर को एक शादी के समारोह के दौरान बलरामपुर अस्पताल के चीफ फॉर्मासिस्ट वीपी सिंह किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था।
इसके साथ उन्होंने समारोह में खुलेआम कल देखने लेने की धमकी दी थी। उन्होंने अपनी एफआईआर में आगे कहा कि 11 दिसम्बर को कुछ लोग अस्तपाल पहुंचकर वीपी सिंह व अधिवक्ता की वेशभूषा में आकर उनके साथ मारपीट की है।
उधर इस मामले में सदीप बडोला का बयान भी सामने आ रहा है।
उन्होंने कहा है कि महामंत्री पर हुए हमले की पुन: निंदा करते हुए प्रदेश के समस्त साथियों को विश्वास दिलाता हूं कि हमलावरों को सजा दिलवाने में संगठन कोई कसर नही छोड़ेगा।
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यह घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। इसी संदर्भ में प्रदेश कार्यकारिणी के आठो पदाधिकारियों व लखनऊ जनपद शाखा के पदाधिकारियों की आपातकालीन बैठक दिनांक 17 दिसम्बर को संघ भवन लखनऊ में बुलाई गई है।
इस मामले पर वीपी सिंह की प्रतिक्रिया भी सामने आई
वी पी सिंह ने कहा है कि जल्द ही डिप्लोमा फार्मेसिस्ट के महामंत्री के ऊपर हुए हमले की घोर निंदा करता हूँ जो कि अत्यन्त कष्टप्रद है।
उन्होंने कहा कि एक दिन पहले ये मुझे एक शादी समारोह में मिले थे जिसमे मुझे अपशब्दों का प्रयोग किया था मेरी इनसे बहस हुई थी ये ठीक हालत मे नहीं थे।
मैं वहां से चुपचाप चला आया। उन्होंने आगे कहा कि संयोगवश अगले दिन इनके साथ ये घटना घटित हुई जिसको लेकर इन्होने मुझ पर इल्जाम लगाया।
इनका पारिवारिक एवं अन्य मुकदमे भी न्यायालय में चल रहे है और इनके साथ कई हादसे भी हो चुके है। वीपी सिंह ने कहा कि मेरा इनसे वैचारिक एवं राजनैतिक मतभेद तो हो सकते है परन्तु इस तरह का इल्जाम मुझ पर सीधे-सीधे लगाया ये घोर निन्दनीय है जिसकी मैं कठोर निंदा करता हूं।
हम सभी साथी मिलकर इस प्रकरण में चाहेंगे कि दोषियों को सजा अवश्य सज़ा मिले क्योंकि ये हमारे समाज की अस्मिता का प्रश्न है। इस बारे में आप लोगों से भी कहना चाहूंगा कि घटना के समय मैं चिकित्सालय में नही था जो कि हमारे चिकित्सालय के कैमरे में कैद है।
अत: आप सभी से निवेदन है कि कृपया प्रकरण संज्ञान लेते हुए प्रभावी कार्यवाही तो अवश्य करायें परंतु अनावश्यक किसी को बिना दोष के दोषी मत बनाये।