जुबिली पोस्ट ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से बड़ी खबर मिली है। गोरखपुर पुलिस ने मनोचिकित्सक डॉ. रामशरण दास को फर्जी रेप के आरोप में फंसा कर जेल भेजने की धमकी देने वाले दरोगा और कथित पत्रकार को गिरफ्तार कर लिया है।
डॉक्टर का आरोप है कि उन्हें ब्लैकमेल कर 8 लाख रुपए भी वसूले गए थे। पीड़ित ने इस मामले की शिकायत एसएसपी से लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ तक से की थी।
शिकायत के फौरन बाद सीएम योगी एक्शन में आये और जांच एएसपी रोहन प्रमोद बोत्रे से कराई। जांच में वसूली की बात साबित होने के बाद ये कार्रवाई की गई है।
ये था मामला
गोरखपुर के मशहूर मनोचिकित्सक डॉ. रामशरण दास को राजघाट थाने की ट्रांसपोर्ट नगर चौकी पर तैनात चौकी इंचार्ज शिव प्रकाश सिंह एक युवती से रेप किया शिकायत पर बुलाया था।
आरोप है कि चौकी इंचार्ज ने कई बार डॉक्टर के घर जाकर भी उन्हें धमकाया। कथित पत्रकार के साथ मिलकर दरोगा ने डॉक्टर को रेप के मुकदमे में फंसा कर जेल भेजने की धमकी दी और 8 लाख रुपए भी वसूल लिए।
सीएम से की शिकायत तब जागी न्याय की आस
डॉक्टर रामशरण दास ने जब इसकी शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की तो उन्होंने पुलिस के आलाअधिकारियों को जमकर फटकार लगाई।
साथ ही ट्रांसपोर्ट नगर चौकी इंचार्ज के साथ कथित पत्रकार के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक जल्द ही इन आरोपियों को जेल की हवा खिलाई जाएगी।
मंगलवार की देर रात चौकी इंचार्ज शिव प्रकाश सिंह और उसके साथी कथित पत्रकार प्रणव त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया गया। महिला ज्योति सिंह के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। महिला ज्योति सिंह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम दबिश दे रही है। फिलहाल पुलिस घटना की जांच में जुटी है।
डॉ. सुनील गुप्ता, एसएसपी, गोरखपुर