न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। कोरोना महामारी शुरू होने के बाद कई कंपनियों ने कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। कुछ ने सैलरी घटा दी है। कई ने कर्मचारियों को बगैर सैलरी छुट्टी पर जाने को कहा है।
कई ने तो उद्योग- धंधे बंद करने की योजना तक बना ली। लेकिन देश में कुछ ऐसी भी कंपनियां हैं, जिन्होंने कठिनाइयों की आंच अपने कर्मचारियों पर नहीं पड़ने दी।
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इनमें हिंदुस्तान यूनिलीवर, एशियन पेंट्स, जॉनसन एंड जॉनसन, एचसीसीबी, फ्लिपकार्ट, मिंत्रा, सीएसएस कॉर्प, भारतपे, बीएसएच होम अप्लायंस और इनफ्लेक्शन प्वाइंट वेंचर्स शामिल हैं।
इन्होंने अपने कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाई है। उन्हें वेरिएबल पे दिया है और उनका प्रमोशन भी किया है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि कई कंपनियां कारोबार पर असर को देखते हुए फैसले ले रही हैं, लेकिन संकट की इस घड़ी में उनके कदमों का बड़ा असर उनके कर्मचारियों पर पड़ेगा।
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सीएसएस कॉर्प के सीईओ मनीष टंडन के अनुसार, “इस अभूतपूर्व वक्त ने कंपनियों को अपने कर्मचारियों का ख्याल रखने का बड़ा अवसर दिया है। हमारा मानना है कि सैलरी बढ़ाने से इस मुश्किल हालात में निश्चित रूप से उन्हें मदद मिलेगी।”
सीएसएस कॉर्प ने अपने 7 कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाई है। कंपनी ने उन्हें वेरिएबल पे भी दिया है। उसने शुरुआती स्तर के कर्मचारियों को 100 फीसदी वेरिएबल पे दिया है। कुल कर्मचारियों में इनकी 70 फीसदी हिस्सेदारी है। सीएसएस आईटी सेवाएं देती है।
बीएसएच होम अप्लायंसेज के एमडी और सीईओ नीरज बहल के अनुसार, “इस अनिश्चित वक्त में कर्मचारियों का आत्मविश्वास मजूबत बनाए रखना हमारा काम है।” कंपनी ने अपने कर्मचारियों की सैलरी भी बढ़ाई है। हालांकि, उसने मार्केटिंग और ट्रेवल खर्च में कमी की है। उसने नई भर्तियों पर भी रोक लगा दी है।
इनफ्लेक्शन प्वाइंट वेंचर्स के सीईओ विनय बंसल की माने तो उनका कहना है, “हमने कर्मचारियों की छंटनी नहीं करने और सैलरी नहीं घटाने का फैसला किया। हम पहले अपने लोगों का ध्यान रखते हैं। हमारा मानना है कि हमारे कर्मचारी ही कंपनी को कामयाब बनाते हैं।”
टीसीएस, विप्रो, पीडब्लूसी इंडिया और इंफोसिस ने सैलरी में वृद्धि टाल दी है। रिलायंस इंडस्ट्रीज, ओयो रूम्स और टीवीएस मोटर ने सैलरी घटाई है। ओला, उबर, जोमैटो और आईबीएम उन कंपनियों में शामिल हैं, जिन्होंने कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है।
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