सैय्यद मोहम्मद अब्बास
बीते कुछ सालों से उत्तर प्रदेश की टीम रणजी ट्रॉफी में कोई खास कमाल नहीं कर सकी है। इस दौरान यूपीसीए ने टीम के प्रदर्शन को सुधारने के लिए सारे जतन कर डाले लेकिन इसके बावजूद कुछ भी हाथ नहीं लगा।
इस दौरान कोच और कप्तान भी बदला गया। इसके बावजूद रणजी के फलक पर यूपी की टीम पूरी तरह से फिसड्डी साबित हुई है। दूसरी तरफ यूपीसीए लगातार बाहरी कोच पर विश्वास जता रहा है। इसी रणनीति के तहत सुनील जोशी को यूपी टीम का कोच बनाया गया है।
सुनील जोशी की निगरानी में यूपी की टीम मौजूदा सीजन में अब तक एक भी जीत हासिल नहीं कर सकी और सीजन के अंतिम दो मैच उसे बिहार और मध्य प्रदेश जैसी कमजोर टीम से खेलना है। ऐसे में उम्मीद है यूपी की टीम सीजन का अंत से जीत से करेगी। इसके लिए यूपीसीए ने एक कैंप इकाना स्टेडियम में लगाया है ताकि खिलाड़ी फिर से लय पा सके।
इस कैंप में कोच सुनील जोशी भी रहेगे और खिलाडिय़ों को तैयार करेगे। इस बीच यूपीसीए से मिली जानकारी के अनुसार कोच रणजी ट्रॉफी के सीजन खत्म होते ही सुनील जोशी के भविष्य पर भी यूपीसीए कोई फैसला ले सकता है। यूपीसीए से मिली जानकारी के अनुसार रणजी ट्रॉफी में खराब प्रदर्शन को लेकर यूपीसीए काफी नाराज है और कोच से मिलकर इस पूरे मामले पर विस्तार से बात करेगी।
यूपीसीए हार की असली वजह को तलाशने में जुट गया है एक जांच कमेटी का गठन कर सकता है। जानकारी मिल रही है यूपीसीए सुनील जोशी के बतौर कोच उनके प्रदर्शन का आकलन करेगा। कहा जा रहा है कि यूपीसीए रणजी सीजन के खत्म होने का इंतजार कर रहा है और उसके बाद ही सुनील जोशी पर कोई कड़ा फैसला लेगा।
2019-20 के सीजन में पूर्व भारतीय स्पिनर सुनील जोशी को एक साल के लिए उत्तर प्रदेश की घरेलू टीम का कोच नियुक्त किया था और टीम नॉकआउट तक पहुंची थी।
उन्हें 2023 में फिर से कोच बना दिया गया और अभी तक यूपी के चीफ कोच के तौर पर अपनी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। उन पर यूपीसीए हर सीजन भारी रकम खर्च कर रहा है लेकिन अब तक वो कोई करिश्मा नहीं कर पाये हैं। कोच सुनील जोशी के होने से यूपी टीम को कोई खास फायदा नहीं हुआ। बाहरी कोच से भी कोई अच्छे परिणाम नहीं आ रहे हैं जबकि इससे पहले यूपी के कोच रह चुके ज्ञानेंद्र पांडेय ने इससे बेहतर परिणाम दिए थे।
रणजी ट्रॉफी में यूपी का अब तक प्रदर्शन
- 2008-09 रनर-अप
- 2007-08 रनर-अप
- 2005-06 विजेता
- 1997-1998 रनर-अप
- 1977-1978 रनर-अप
- 1939-1940 रनर-अप