जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. गोरखनाथ मन्दिर पर हुए हमले के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सुरक्षा घेरे को और भी मज़बूत बना दिया गया है. लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर दो पलाटून सीआरपीएफ तैनात की गई है. तीन अप्रैल को गोरखनाथ मन्दिर में अहमद मुर्तजा अब्बासी द्वारा पीएसी जवानों पर किये गए हमले के बाद राज्य के गृह विभाग ने मुख्यमंत्री की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया है. सुरक्षा बढ़ाने की असल वजह लेडी डॉन नाम के ट्वीटर हैंडल से सीएम योगी को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी और इस धमकी के बाद गोरखनाथ मन्दिर पर हमला हो गया.
गोरखनाथ मन्दिर के हमलावर को रिमांड पर लखनऊ लाया गया है. उससे पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं. फिलहाल एटीएस इसे आतंकी साज़िश मानकर ही जांच आगे बढ़ा रही है. हमलावर से पूछताछ में यह पता चला है कि वह एनआरसी और सीएए को लेकर काफी परेशान था. हाल ही में हुए हिजाब विवाद को लेकर भी उसके अंदर काफी गुस्सा भरा था. वह व्हाट्सएप पर इस तरह के वीडियो लगातार देखता था जिससे उसकी भावनाएं भड़क जाती थीं. एटीएस का कहना है कि हमलावर के एक खाते में काफी पैसा जमा है जिसके बारे में उसने बताया है कि यह पैसा वह कनाडा जाने के लिए जमा कर रहा था.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की सुरक्षा काफी मज़बूत है. कोई परिंदा भी उनके पास पर नहीं मार सकता है. उनकी सुरक्षा में दो दर्जन से ज्यादा एनएसजी कमांडो तैनात हैं. उनके पास जेड प्लस सुरक्षा है. उन्हें हमले की धमकी के बाद गृह विभाग ने उनकी सुरक्षा घेरा और मज़बूत करते हुए उनकी सुरक्षा में दो पलाटून सीआरपीएफ भी तैनात कर दी है. इस समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बाद सीएम योगी के पास सुरक्षा का सबसे मज़बूत घेरा है.
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