जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। कोरोनाकाल के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को यूपी दिवस पर खिलाड़ियों को राज्य के सर्वोच्च लक्ष्मण और रानी लक्ष्मीबाई खेल पुरस्कार से सम्मानित करेंगे। खेल विभाग ने खिलाड़ियों के नाम की घोषणा सोमवार की देर शाम राज्य की है।
सम्मानित होने वालों में लखनऊ के हैण्डबाल खिलाड़ी मोहित यादव और हैमर थ्रोअर राधेश्याम सिंह समेत दर्जन भर महिला और पुरुष खिलाड़ी हैं।
इसके अलावा पैराबैडमिंटन में तमाम पदक, उपलब्धियां बटोरने वाले आईएएस अधिकारी सुहास एलवाई को वर्ष 2021-22 में दिव्यांगजन वर्ग में लक्ष्मण पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। सुहास एलवाई पिछले 3 वर्षों से गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी हैं। इसी दौरान उन्होंने पैरा ओलंपिक में भी सफलता हासिल की है।
सम्मान के रूप में खिलाड़ियों को लक्ष्मण या रानी लक्ष्मीबाई की कांस्य प्रतिमा, प्रशस्ति पत्र और 3.11 लाख की धनराशि दी जाएगी। कोरोना संक्रमण के पहले 2019 में खिलाड़ियों को यह पुरस्कार दिया गया था।
वर्ष 2020-21 में यह पुरस्कार नहीं दिए गए। इस बार पिछले वर्ष और मौजूदा 2021-22 वर्ष के लिए खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाएगा। इन पुरस्कार के लिए 26 दिसम्बर तक खिलाड़ियों के नाम मांगे गए थे।
उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री के द्वारा उत्तर प्रदेश के उत्कृष्ट खिलाड़ियों को लक्ष्मण पुरस्कार एवं रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार से अवध शिल्पग्राम, नियर अवध विहार योजना, अमर शहीद पथ लखनऊ में सम्मानित किया जायेगा।
चयनित खिलाड़ियों का पूर्ण विवरण
वर्ष 2020-21
1 रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार
- ज्योति शुक्ला (हैण्डबाल)
- नेहा कश्यप(वुशू)
2 लक्ष्मण पुरस्कार
- मोहित यादव, हैण्डबाल
- राहुल सिंह, हॉकी (वेटरन वर्ग)
- जर्नादन सिंह यादव, कुश्ती विटरन वर्ग)
वर्ष 2021-22
1 रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार
- मनीषा भाटी (वुशू)
- तरूणा शर्मा (जूडो, वेटरन वर्ग)
2 लक्ष्मण पुरस्कार
- मो0आरिफ, हॉकी (वेटरन वर्ग)
- राधेश्याम सिंह, एथलेटिक्स (विटरन वर्ग)
- सुहास एल0वाई0, बैडमिण्टन (दिव्यांगजन वर्ग)
- विवेक चिकारा, . तीरंदाजी (दिव्यांगजन वर्ग)
- दीपेन्द्र सिंह, शूटिंग (दिव्यांगजन वर्ग)
लक्ष्मण-रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार पर एक नज़र
यूपी सरकार प्रदेश के विशिष्ट खिलाड़ियों को लक्ष्मण / रानी लक्ष्मी बाई पुरस्कार से हर साल सम्मानित करती है। पुरुष खिलाड़ियों के लिए लक्ष्मण पुरस्कार जबकि रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार महिला खिलाड़ियों के लिए होता है।
इसमें खिलाड़ियों को सर्टिफिकेट,लक्ष्मण और रानी लक्ष्मी बाई की कांस्य प्रतिमा के साथ 3.11 लाख रुपए की नकद राशि सरकार की तरफ से दिया जाता है।
किसे मिलता है पुरस्कार
पुरस्कार की पात्रता के लिए खिलाड़ी को यूपी का मूल निवासी होना चाहिए। खिलाड़ी कम से कम 3 साल प्रदेश टीम का सदस्य होना चाहिए। इसके साथ उसने नेशनल लेवल पर किसी प्रतियोगिता का हिस्सा रहा हो। इसके अलावा जिस खिलाड़ी का नॉमिनेट किया जा रहा है, उस साल उसका प्रदर्शन सबसे अच्छा होना चाहिए। टीम के सदस्य के तौर पर किसी मान्यता प्राप्त इंटरनेशनल इवेंट में (वरिष्ठ वर्ग) पार्टिसिपेट किया हो उनको प्रेफरेंस दी जाती है।
1972 में पुरस्कार की शुरुआत हुई थी
1972 से लक्ष्मण और रानी लक्ष्मीबाई पुरूस्कार को शुरू किया गया । हालाँकि 2011 से 2014 तक यह पुरूस्कार किसी कारण से नहीं बांटे । इसके बाद 2014 में तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव ने पुरस्कार राशि बढ़ाने का फैसला किया और 3 लाख 11 हजार रुपए हो गई । जिसके बाद फिर से पुरूस्कार बंटने शुरु हो गए।