प्रमुख संवाददाता
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज से पश्चिमी यूपी के दौरे पर हैं. लखनऊ से मुरादाबाद के लिए वह रवाना हो चुके हैं. मुरादाबाद से गाज़ियाबाद जायेंगे. रात में गाज़ियाबाद में रुकेंगे. सुबह मेरठ जाने का कार्यक्रम है. सीएम योगी के इस दौरे का मकसद पश्चिमी यूपी में किसान आन्दोलन के असर के बारे में पुख्ता जानकारी जुटाना है.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के साथ दौरे पर निकले योगी आदित्यनाथ अपने इस दौरे में बीजेपी सांसदों, विधायकों और स्थानीय नेताओं से बात कर किसान आन्दोलन की ताकत का आंकलन करेंगे.
दरअसल किसान आन्दोलन में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों की बड़ी ताकत भी काम कर रही है. बागपत और मेरठ के किसान गाज़ियाबाद से लेकर नोएडा तक ज़बरदस्त प्रदर्शन कर रहे हैं. पश्चिमी यूपी के किसान गन्ने की फसल उगाते हैं. यह राकेश टिकैत के प्रभाव वाला क्षेत्र है. किसान आन्दोलन में राकेश टिकैत की बड़ी भूमिका है. केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर राकेश टिकैत और उनके साथी किसानों से बात कर भी चुके हैं.
सीएम योगी का मानना है कि विपक्षी दल किसानों को भड़काने का काम कर रहे हैं. सवा साल के बाद योगी को फिर से चुनावी परीक्षा में जाना है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश किसान आन्दोलन में बड़ी भूमिका निभा रहा है तो ज़ाहिर है कि यह योगी आदित्यनाथ की ही अग्नि परीक्षा है.
पश्चिमी यूपी में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के साथ दौरा कर योगी आदित्यनाथ पार्टी बताओं से मुलाक़ात कर किसान आन्दोलन से निबटने का तरीका खोजेंगे. मुख्यमंत्री ने डीएम, कमिश्नर, एसपी और आईजी को भी बैठक में तलब किया है. इन अधिकारियों से किसान आन्दोलन पर ही बात होगी. बीजेपी के स्थानीय नेताओं को चौपाल लगाकर कृषि कानूनों के फायदे बताने के लिए कहा जायेगा.
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सवा साल के बाद चुनाव में अपनी प्रचंड जीत दोहराने की कोशिश में हैं. इसी वजह से वह किसानों का आन्दोलन भी खत्म कराना चाहते हैं साथ ही उनकी यह भी कोशिश है कि किसानों के शिकवे शिकायतें भी दूर हो जाएँ. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों की बैठक इस वजह से बुलाई है क्योंकि स्थानीय जन प्रतिनिधियों की शिकायत है कि अफसर उनकी बात सुनते नहीं हैं.