जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। पिछले साल कोरोना वायरस का कहर भारत में खूब देखने को मिला था। कोरोना को रोकने के लिए सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए पूरे देश में लॉकडाउन भी लगाया था।
इतना ही नहीं जो लोग भी लॉकडाउन का उल्लंघन करते थे सरकार उनसे सख्ती से निटपती थी और मुकदमा दर्ज कर इन लोगों पर कानूनी शिकंजा भी खूब कसा गया है।
अब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने लॉकडाउन उल्लंघन से जुड़े केस को लेकर बड़ा कदम उठाया है। दरअसल उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ लॉकडाउन उल्लंघन से जुड़े मामले वापस लेने की तैयारी में है।
बता दें कि हाल में योगी सरकार ने व्यापारियों के खिलाफ दर्ज किए गए केस को वापस लेने के निर्देश दिया है। सरकार इस कदम से यूपी के करीब ढाई लाख लोगों को बड़ी राहत मिलने जा रही है।
सरकार के इस कदम से आम लोगों के लिए राहत भरी खबर है और ऐसे लोगों को अब कोर्ट और थाने नहीं जाना पड़ेंगा।कोरोना के इस कठिन समय में लॉकडाउन के दौरान महामारी एक्ट लागू किया था।
Chief Minister Yogi Adityanath directs withdrawal of about 2.5 lakh cases registered against people for minor offences during the COVID-19 lockdown: CMO
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— ANI UP (@ANINewsUP) February 13, 2021
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इस वजह से जो लोग भी लॉकडाउन को तोड़ते थे उनपर पुलिस ने धारा 188 के तहत मामले दर्ज किए थे। अब सरकार ने कोरोना प्रोटोकॉल तोडऩे और लॉकडाउन के उल्लंघन से जुड़े मामलों में दर्ज केस वापस लेने की बात कही और निर्देश दिया है।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के इस कदम से आम जनता और व्यापारियों को काफी बड़ी राहत बतायी जा रही है। उधर सरकार ने कहा है कि इस कदम से कोर्ट पर पर से मुकदमों का बोझ कम होगा।
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इसके साथ योगी के इस कदम के साथ यूपी पहला राज्य बन गया है जिसने लॉकडाउन उल्लंघन से जुड़े मामले वापस लेने जा रही है।
बता दें कि अब कोरोना वायरस पूरी तरह से काबू में है और फिर से लोगों की जिंदगी पटरी पर लौटती नजर आ रही है। हालांकि अब कोरोना की वैक्सीन भी बन गई है और लोगों ने राहत की सांस ली है।