जुबिली न्यूज डेस्क
कोरोना महामारी के बीच भारत में दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो गई है। बीजेपी सांसद डॉ महेश शर्मा कोरोना वैक्सीन लेने वाले पहले सांसद बने हैं। डॉक्टर शर्मा ने कहा कि उन्हें कोविशील्ड वैक्सीन लगाया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान उन्होंने कोरोना फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में काम किया है। डॉ शर्मा ने कहा है कि इस वैक्सीन को लेने में किसी को किसी तरह के डर का अनुभव नहीं करना चाहिए।
वहीं, विपक्ष के तंज जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वह वैक्सीन तब लगवाएंगे, जब उनका नंबर आएगा। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि वैक्सीन लगवाने के लिए होड़ मचाने की जरूरत नहीं है, सभी लोगों को उनकी प्राथमिकताओं के आधार पर वैक्सीन दी जाएगी।
ये भी पढ़ें: असम विधानसभा चुनाव में आसान नहीं कांग्रेस की राह
ये भी पढ़ें: इस शहर में पहली बार आयोजित किया जाएगा अनोखा ‘स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल’
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के वैक्सीन नहीं लगवाने या फिर बीजेपी का वैक्सीन बताने पर उन्होंने कहा कि वैक्सीन किसी को जबरदस्ती नहीं लगाया जा सकता है। यह उसकी इच्छा पर निर्भर करता है और यह वैक्सीन का प्रोटोकॉल भी है, लेकिन किसी को वैक्सीन के बारे में दुष्प्रचार नहीं करना चाहिए।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिस तरीके से सरकार ने प्राथमिकता तय की है, उसी हिसाब से टीके लगाए जाएंगे। सबसे पहले हेल्थ वर्कर्स को टीका लगाया जाएगा, उसके बाद फ्रंटलाइन वॉरियर्स जिसमें पुलिस के लोग आते हैं, फिर 50 साल से ऊपर के लोगों को या फिर बीमार लोगों को यह वैक्सीन दी जाएगी।
ये भी पढ़ें: इस क्रिकेटर के पिता की हार्टअटैक से हुई मौत
सबसे पहले एक करोड़ 60 लाख कर्मचारियों को टीका लगेगा जो जरूरी सेवाओं से जुड़े हैं। हेल्थकेयर वर्कर्स के अलावा 4,31,241 सुरक्षाकर्मी, 1,03,66,219 सोशल मीडिया/रुरल वॉरियर्स, 1,05,731 पोस्ट डिलीवरी वॉरियर्स शामिल हैं। वैक्सीनेशन अभियान के लिए सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कुल 3006 वैक्सीनेशन सेंटर्स बनाए गए हैं। पहले दिन लगभग 3 लाख हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जाएगी।