जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी सांसदों और विधायकों को अपने-अपने क्षेत्रों में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) गोद लेने को कहा है।
उन्होंने कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधियों को स्वास्थ्य केंद्रों के उन्नयन और सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए और उन्हें महामारी की तीसरी लहर का सामना करने के लिए पर्याप्त रूप से तैयार करना चाहिए।
ये भी पढ़े: जानिए, कितने राज्यों में फैला ब्लैक फंगस
ये भी पढ़े: टीएमसी नेताओं को नजरबंद रखे जाने के खिलाफ सीबीआई पहुंची सुप्रीम कोर्ट
मुख्यमंत्री ने कोविड प्रबंधन में शामिल अपनी टीम 9 की बैठक में कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों का जीर्णोद्धार, मरम्मत बिना देर किए किया जाना चाहिए और उन्हें आवश्यक बुनियादी ढांचे और कोविड रोगियों के इलाज के लिए आवश्यक उपकरणों से लैस किया जाना चाहिए।
सरकार के प्रवक्ता के अनुसार मुख्यमंत्री ने स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों को भी इस कार्य में खुद को शामिल करने का निर्देश दिया। उन्होंने जिला प्रशासन से निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ समन्वय बनाकर काम करने को भी कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सांसद और विधायक अपने विकास कोष का उपयोग स्वास्थ्य केंद्रों को चिकित्सा उपकरणों से लैस करने के लिए कर सकते हैं। अभियान ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ की तर्ज पर चलाया जाना चाहिए जो राज्य में प्राथमिक विद्यालयों के नवीनीकरण पर केंद्रित है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि ब्लैक फंगस के मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य केंद्रों पर युद्ध स्तर पर तैयारी की जाए।
ये भी पढ़े: कोरोना महामारी फैलने से पहले वुहान लैब का स्टाफ पड़ा था बीमार : खुफिया रिपोर्ट
ये भी पढ़े: कोरोना : भारत में पिछले 24 घंटे में 4400 से अधिक मौतें