जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अगले साल विधान सभा चुनाव होना है। ऐसे में यहां पर सियासी सरगर्मी लगातार तेज हो रही है। सपा और बीजेपी में अब जुबानी जंग देखने को मिल रही है।
अभी हाल में ही सीएम योगी द्वारा अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह यादव को ‘अब्बाजान’ कहने का मामला अब तूल पकड़ता नजर आ रहा है। इसको लेकर अखिलेश ने कड़ा विरोध जताया था।
अब इस मामले में एक बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ‘अब्बा जान’ को लेकर अखिलेश पर तंज किया है। दरअसल यूपी विधानसभा के मानसून सत्र में सोमवार सीएम योगी ने प्रश्न काल के दौरान कहा कि अब्बा जान कब से असंसदीय शब्द।
इसके साथ ही योगी यही नहीं रूके उन्होंने सवाल करते हुए आगे कहा कि अब्बा जान से कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को परहेज क्यों है? योगी के इतने कहन पर यूपी विधानसभा में जमकर हंगामा देखने को मिला। सपा की तरफ से नेता विरोधी दल अहमद हसन पर इसपर कड़ा विरोध जताया और उन्होंने कहा कि सीएम की भाषा से तकलीफ पहुंची है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल हाल में ही एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में योगी ने राम मंदिर के मामले पर अखिलेश यादव पर निशाना साधा था और कहा था कि उनके अब्बा जान तो कहते थे परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा।
अखिलेश ने दिया था जवाब
अखिलेश यादव ने कहा था कि मुख्यमंत्री किसी और भाषा को जानते हैं। योगी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि हमारा आपका झगड़ा मुद्दों को लेकर हो सकता है, लेकिन मुख्यमंत्री अपनी भाषा पर संयम रखें अगर वो मेरे पिता जी को कुछ कहेंगे तो मैं भी उनके बारे में बहुत कुछ कह सकता हूं।
मुख्यमंत्री मेरे पिता जी के बारे में ऐसी भाषा का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं? मुख्यमंत्री को अपनी भाषा पे संतुलन रखना चाहिये। मेरे पिता जी के बारे में कहेंगे तो अपने पिता के बारे में भी सुनने के लिये तैयार रहें।
यह भी पढ़ें : तालिबान कैसा बना आंतकी संगठन और कौन है इसका असली फाइनेंसर
यह भी पढ़ें : एक बार फिर दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बने जेफ बेजोस
यह भी पढ़ें : न्यूजीलैंड : कोरोना का सिर्फ एक केस मिलने पर पूरे देश में लगा लॉकडाउन
उत्तर प्रदेश में अगले साल विधान सभा चुनाव होना है। ऐसे में बीजेपी दोबारा सत्ता में वापसी का सपना देख रही है। दूसरी ओर सपा उसे रोकने का दावा कर रही है। जैसे-जैसे चुनाव का समय नजदीक आ रहा है तो वैसे-वैसे यहां पर सियासी घमासान तेज होता दिखायी पड़ रहा है।