न्यूज डेस्क
उत्तर प्रदेश में भारतीय जानता पार्टी की योगी सरकार ने 18 मार्च को अपने कार्यकाल के तीन साल पूरे कर लिये हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश सरकार की उपलब्धियों को बताया। लखनऊ में बुधवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चुनौतियों और संभावनाओं के महासमर में संकल्पों और सिद्धांतों की नाव से यात्रा करते हुए आज उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार ने तीन वर्ष पूरे कर लिए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीजेपी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार विकास, विश्वास और सुशासन के तीन वर्ष के कार्यकाल को पूरा करने जा रही है। उत्तर प्रदेश की धारणा को विकास, विश्वास में बदलने में हमें सफलता मिली इसके पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा है।
लोकतांत्रिक मूल्यों और आदर्शों पर आम जन का विश्वास समाप्त हो रहा था उसे बहाल करते हुए उसे सुशासन की तरफ ले जाने में सफलता पाई है। इन तीन वर्षों में जो प्रदेश के सामने चुनौतियां थी उन्होंने ही हमें जूझने की प्रेरणा दी। इसी का परिणाम है कि यूपी पूरे देश में नए प्रतिमान स्थापित कर रहा है।
उन्होंने कहा कि जेवर एयरपोर्ट को दुनिया की सौ सर्वश्रेष्ठ परियोजनाओं में शामिल कराने में प्रदेश सरकार को सफलता प्राप्त हुई है। यह प्रमाण है कि परसेप्शन बदला है, जनता के विश्वास की बहाली हुई है। प्रदेश को विश्वास और विकास के एक नए दौर में ले जाने में सफलता मिली है।
आम निर्वाचन 2019 में 1 लाख 63 हजार बूथों पर बिना किसी हिंसा के सकुशल संपन्न हुए। उत्तर प्रदेश में आयोजित सभी कार्यक्रम हमारे विकास, विश्वास और सुशासन के संकल्प पर खरे उतरे हैं। हमें उत्तर प्रदेश के परसेप्शन को ‘विकास’ और ‘विश्वास’ में बदलने में सफलता प्राप्त हो पाई है।
सीएम योगी ने इस दौरान तीन साल में अपनी सरकार के द्वारा किए गए कार्यों के बारे में बताया कि-
- जिला चिकित्सालयों के उन्नयन की कार्रवाई हो या प्रदेश में ‘मुख्यमंत्री आरोग्य मेला’, इन सभी के माध्यम से अंतिम पायदान पर स्थित व्यक्ति को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की कार्रवाई की जा रही है।
- प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों की एक लंबी श्रृंखला का निर्माण किया गया है। 1947 से 2016 तक प्रदेश में कुल 12 मेडिकल कॉलेज ही थे जबकि प्रदेश सरकार विगत 03 वर्षों में 30 नए मेडिकल कॉलेज बनाने जा रही है।
- दो एम्स और सात मेडिकल कॉलेजों में विगत वर्ष प्रवेश प्रारंभ हो चुके हैं। आठ में इस सत्र के साथ प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ होने जा रही है।
- प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत ₹5 लाख का स्वास्थ्य बीमा, मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ, प्रदेश में एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस आदि सभी सुविधाएं प्रत्येक जनपद में पहुंचाने की कार्रवाई की गई है।
- प्रदेश में 24 लाख गरीबों को प्रधानमंत्री आवास व मुख्यमंत्री आवास योजना के माध्यम से आवास उपलब्ध कराए गए। 2 करोड़ 61 लाख परिवारों को शौचालय उपलब्ध कराए गए, जिससे न केवल नारी गरिमा की रक्षा हुई बल्कि सभी नागरिकों के जीवन में एक सकारात्मक परिवर्तन आया है।
- इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में हमने कुछ नए प्रतिमान स्थापित किए हैं। आज हमारी सरकार प्रदेश के सभी जनपदों में सभी लोगों तक बिना किसी भेदभाव के विद्युत आपूर्ति का कार्य कर रही है।
- एक करोड़ चौबीस लाख से अधिक परिवारों को सौभाग्य योजना का लाभ दे रहे हैं। हमने लोगों को निःशुल्क कनेक्शन उपलब्ध कराए हैं। साथ ही, 01 लाख 67 हजार गांवों तक विद्युतीकरण संपन्न किया गया।
- 2017 में प्रदेश का एक भी शहर मेट्रो के साथ नहीं जुड़ा था। आज हमारे चार शहर मेट्रो से जुड़े हैं। कानपुर और आगरा में मेट्रो का कार्य प्रारंभ हो चुका है। शेष शहरों में भी हमारा कार्य तेजी से आगे बढ़ाया गया है।
- तीनों एक्सप्रेस-वे इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश की इकोनॉमी को नई ऊंचाइयां प्रदान करने जा रहे हैं।
- आज पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का कार्य युद्धस्तर पर हो रहा है और 40% से भी अधिक कार्य हो चुका है। इस वर्ष के अंत तक उसे जनता के लिए खोल दिया जाएगा। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर कार्य तेजी से प्रारंभ हुआ है और यह अगले वर्ष के अंत तक जनता के लिए खुल जाएगा।
- प्रदेश में इंटर स्टेट कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए प्रदेश के हर जिला और तहसील मुख्यालय को 4-लेन कनेक्टिविटी से जोड़ने के कार्यक्रम बने और एयर कनेक्टिविटी को बेहतर करने के दृष्टिगत आज 7 एयरपोर्ट फंक्शनल हैं व 11 नये एयरपोर्टों पर कार्य जारी है।
- अपार संभावनाओं वाले उत्तर प्रदेश में ‘इंवेस्टर्स समिट’ के माध्यम से रोजगार और निवेश के कार्यक्रमों का आरंभ किया गया। निवेश की इन संभावनाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रदेश में 21 फोकस सेक्टर की नीति का कार्यक्रम बनाया गया।
- पंद्रहवां प्रवासी भारतीय दिवस उत्तर प्रदेश में आयोजित हुआ। यह पहली बार था कि राष्ट्रीय राजधानी या अन्य किसी प्रदेश की राजधानी के बाहर इस कार्यक्रम का आयोजन हुआ। हर दृष्टि से यह आयोजन एक मानक प्रस्तुत करता हुआ दिखाई दिया।
- 2019 के प्रारंभ में पहला आयोजन ‘प्रयागराज कुंभ’ का हुआ। जिसमें 24 करोड़ 56 लाख से भी अधिक श्रद्धालुओं ने सहभागिता की और स्वच्छता, सुरक्षा, सुव्यवस्था के जो मानक प्रस्तुत किए, उससे यह अपने आप में पूरे विश्व के लिए एक ‘यूनीक इवेंट’ बन गया।
- देश के सबसे बड़े राज्य में कानून व्यवस्था को बहाल करने, विकास कार्यों को द्रुत गति से आगे बढ़ाने, लोकतांत्रिक मूल्यों और आदर्शों पर आम जन के विश्वास को पुनः दृढ़ करने में सफलता प्राप्त की।