मल्लिका दूबे
गोरखपुर. लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) के हाथों यूपी की गोरखपुर सीट गंवाने वाली भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 17वें लोकसभा के आम चुनाव के मद्देनजर इस सीट को सीधे तौर पर सीएम की प्रतिष्ठा से जोड़ दिया है।
प्रतिष्ठापरक सीट पर सियासी रण का शंखनाद
प्रतिष्ठापरक सीट को दोबारा भाजपा की झोली में डालने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सियासी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। इस सीट को लेकर लखनऊ में लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाले विधानसभा क्षेत्र के विधायकों संग मीटिंग करने के बाद अब उन्होंने ऐलान किया है कि लोकसभा चुनाव में यूपी के सियासी रण का शंखनाद वह गोरखपुर से करेंगे।
अंतिम चरण में है गोरखपुर में चुनाव
लोकसभा चुनाव के लिए सीएम योगी की पहली चुनावी सभा 26 मार्च को गोरखपुर सर्किट हाउस के पास बने नुमाइश ग्राउंड से होगी। इस चुनावी सभा में गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र के पांच विधानसभा क्षेत्रों गोरखपुर शहर, गोरखपुर ग्रामीण, पिपराइच, कैम्पियरगंज और सहजनवा के लोगों को बुलाया जाएगा। गोरखपुर में चुनाव अंतिम यानी सातवें चरण में है। यहां मतदान 19 मई को होना है।
पर्याप्त समय होने के बावजूद उप चुनाव में मिले हार के दंश को दूर करने के लिए सीएम लोकसभा क्षेत्र के सभी विधानसभा क्षेत्रों की तैयारी को भी परख लेना चाहते हैं।
होली में गोरखपुर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार शाम को भाजपा संगठन के पदाधिकारियों के साथ मीटिंग कर चुनावी सभा की तैयारियों पर चर्चा की। 26 को गोरखपुर में चुनावी सभा को संबोधित करने के साथ ही सीएम योगी इसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी कार्यक्रम को संबोधित करेंगे।