जुबिली न्यूज़ डेस्क
नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एकबार फिर विवादित बयान दिया है। जिसके बाद सियासी तूफ़ान उठने की आशंका है।
बता दें कि योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी के स्टार प्रचारक के तौर पर दिल्ली में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे और नरेला व करावल नगर में जनसभा को संबोधित किया।
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दिल्ली के करावल नगर चौक में चुनावी रैली के दौरान उन्होंने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर जमकर हमला बोला। दिल्ली में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘दिल्ली में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन इसलिए नहीं हो रहे हैं कि कानून में संशोधन किया गया है, बल्कि इसलिए हो रहे हैं क्योंकि प्रदर्शनकारियों को दुनिया में बड़ी शक्ति के रूप में उभर रहे भारत से दिक्कत है।’
योगी ने कहा कि सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के पूर्वजों ने देश का विभाजन किया था। इन लोगों को ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ से दिक्कत है। ये भारत के बढ़ते कदम को रोकना चाहते हैं।
अरविंद केजरीवाल को स्पष्ट करना चाहिए कि वह दिल्ली की जनता के साथ हैं या पाकिस्तान के साथ। इसके साथ ही योगी ने पाकिस्तान के मंत्री का जिक्र करके कहा कि जनता केजरीवाल से यह जानना चाह रही है कि पाकिस्तान का मंत्री उनके पक्ष में क्यों खड़ा है।
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योगी ने कहा कि हमने तो उत्तर प्रदेश में ऐसे दंगाइयों से रिकवरी भी शुरू कर दी है। कानून के साथ किसी कीमत पर खिलवाड़ नहीं किया जाएगा। जो भी संपत्ति को नुकसान पहुंचाएगा, उससे रिकवरी की जाएगी। उत्तर प्रदेश में ऐसे दंगाइयों से रिकवरी की जाने लगी है।
कांग्रेस और केजरीवाल में कोई अंतर नहीं
कांग्रेस और केजरीवाल में कोई अंतर नहीं है। कांग्रेस का एक पदाधिकारी सुप्रीम कोर्ट में जाता है और कहता है कि राम जन्मभूमि का फैसला नहीं होना चाहिए। और केजरीवाल के एक सहयोगी सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाते हैं कि निर्भया के दोषियों को फांसी नहीं होनी चाहिए।