Saturday - 2 November 2024 - 3:16 PM

गोरक्षपीठ की अगुवाई में सीएम सिटी में हल हुआ टिकट का सवाल

 

मल्लिका दूबे

गोरखपुर। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह संसदीय क्षेत्र गोरखपुर में पिछले एक माह से बीजेपी टिकट को लेकर पार्टी के भीतर और बाहर चल रहा सवाल बृहस्पतिवार को हल हो गया। तमाम कयासबाजियों से परे यहां योगी के खासमखास विधायक महेंद्रपाल सिंह को भाजपा प्रत्याशी बनाया जा रहा है। इसके साथ ही यह भी तय हो गया कि यह चुनाव गोरक्षपीठ की अगुवाई में लड़ा जाएगा और  भाजपा का संगठन पीछे ही रहेगा।

महेंद्रपाल को प्रत्याशी बनाकर बीजेपी एक तीर से दो निशाना साधने जा रही है। यहां लगातार चर्चा में बने निषाद फैक्टर को साधने के लिए पार्टी उनके विधानसभा क्षेत्र में यदि उप चुनाव की संभावना सफल हुई तो सपा से भाजपा में आए पूर्व मंत्री जमुना निषाद के पुत्र अमरेंद्र निषाद को वहां प्रत्याशी बनाएगी।

एक माह से चर्चा में थे तमाम नाम

गोरखपुर संसदीय सीट का चुनाव बीजेपी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी के लिए प्रतिष्ठा का विषय बना हुआ है। इस सीट पर प्रत्याशियों के नाम की अटकलों में उप चुनाव के प्रत्याशी उपेंद्र दत्त शुक्ल, पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष डा. धर्मेन्द्र सिंह, सपा छोड़ बीजेपी में आए अमरेंद्र निषाद, बसपा शासन में मंत्री रहे और वर्तमान में बीजेपी के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष जयप्रकाश निषाद, गोरक्षपीठ के पुजारी कमलनाथ, योगी संरक्षित संगठन हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदेश पदाधिकारी इंजीनियर पी.के. मल्ल का नाम पहले दौर में रहा।

इसके बाद भोजपुरी फिल्म स्टार रविकिशुन शुक्ला के नाम को हवा मिली। निषाद पार्टी ने जब सपा छोड़ भाजपा का साथ किया और उप चुनाव में जीते सपा सांसद प्रवीण निषाद भाजपा में शामिल हुए तो सबसे अधिक चर्चा उनके नाम पर होने लगी। पर, पिपराइच के विधायक महेंद्रपाल सिंह का नाम फाइनल करते हुए पार्टी ने सबको चौंका दिया है।

मोदी-शाह को चाहिए हरहाल में जीत, योगी पर छोड़ा था फैसला

योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे के बाद उप चुनाव में गोरखपुर संसदीय क्षेत्र के उप चुनाव में सपा से मिली करारी शिकस्त से यह सीट बीजेपी के प्रतिष्ठा का विषय है। इस सीट पर योगी आदित्यनाथ लगातार पांच बार सांसद चुने गये थे।

तमाम नामों के साथ नए दौर की चर्चा में सपा से भाजपा में आए गोरखपुर के सांसद प्रवीण निषाद को प्रत्याशी बनाए जाने की लगभग तैयारी हो चुकी थी। इस बीच पार्टी नेतृत्व को यह भी अंदरुनी रिपोर्ट मिली कि प्रवीण निषाद को टिकट देने से भाजपा के परंपरागत वोटर और पार्टी कार्यकर्ताओं की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है।

ऐसे में मोदी-शाह की जोड़ी ने यह तय किया कि जीत तो हरहाल में चाहिए, इसलिए प्रत्याशी का नाम फाइनल करने की जिम्मेदारी योगी आदित्यनाथ पर आ गयी। ऐसे में तमाम समीकरणों के आधार पर पिपराइच के विधायक महेंद्रपाल सिंह का नाम सामने आया।

महेंद्रपाल सिंह न केवल योगी के करीबी हैं बल्कि वह उस सैंथवार बिरादरी से हैं जिसके वोटरों की तादाद इस संसदीय क्षेत्र में निषादों के बाद दूसरे नंबर पर है। उनके नाम को लेकर कार्यकर्ताओं में भी अंसतोष की बात नहीं थी।

योगी से जुड़ी है महेंद्रपाल की पहचान

वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में गोरखपुर जिले की पिपराइच विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गये महेंद्रपाल सिंह की पहचान ही योगी से करीबियत के चलते है। वह ब्लाक प्रमुख भी रह चुके हैं और योगी आदित्यनाथ के हर फैसले को शिरोधार्य करने वाले नेता के रूप में जाने जाते हैं। योगी की पैरवी पर उन्हें विधानसभा चुनाव का टिकट मिला था।

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