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लोकसभा चुनाव में अमेठी लोकसभा सीट जीतकर स्मृति ईरानी ने इतिहास रच दिया है। उनके इस चुनाव में करीबी रहे अमेठी के बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह को देर रात अज्ञात बदमाशों ने गोली मार दी। इससे वे गंभीर रूप से घायल हो गये। इलाज के लिए लखनऊ के ट्रामा सेंटर ले जाते समय उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और वहीं, घटना की जांच में जुट गयी है। बरौलिया गांव को पूर्व रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने गोद लिया था।
जानकारी के अनुसार बदमाशों ने घटना को उस वक़्त अंजाम दिया जब पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह अपने घर के बाहर सो रहे थे। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश में जुट गई है। वहीं इस घटना के बाद से पूरे इलाके में तनाव फैला हुआ है। घटनास्थल पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
बता दें कि बीते लोकसभा चुनाव में सुरेंद्र सिंह ने स्मृति ईरानी के चुनाव प्रचार में अहम रोल निभाया था। सुरेंद्र सिंह का प्रभाव कई गांवों में होने से स्मृति ईरानी को चुनाव प्रचार में इसका फायदा मिला। पुलिस के मुताबिक बाइक सवार बदामशों ने सोते समय सुरेंद्र सिंह पर फायरिंग कर दी। घायल पूर्व प्रधान को पहले तो इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया। उनकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। जहां रास्ते में ही ले जाते समय सुरेंद्र सिंह ने दमतोड़ दिया।
गौरतलब है कि स्मति ईरानी हाल में बीते लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को हराकर संसद पहुंची हैं। ईरानी ने अमेठी के हर विधानसभा क्षेत्र में अच्छा खासा प्रचार किया और कांग्रेस के इस अभेद्य किले में सेंध लगाई। अमेठी लोकसभा सीट के तहत पांच विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें अमेठी जिले की तिलोई, जगदीशपुर, अमेठी और गौरीगंज सीटें शामिल हैं।
जबकि रायबरेली जिले की सलोन विधानसभा सीट भी अमेठी में आती है। 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में पांच सीटों में से चार पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी और महज एक सीट समाजवादी पार्टी (सपा) को मिली थी।