जुबिली न्यूज डेस्क
पश्चिम बंगाल में हुए कोलकाता रेप और मर्डर केस में सुप्रीम कोर्ट की ओर से सोमवार को बड़े और कड़े सवाल उठाए गए. मामले से जुड़ी याचिका पर सुनवाई के दौरान सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने साफ-साफ कह दिया कि उन्होंने प्रस्तावित जांच की दिशा को जान लिया है पर वह इस पर ओपन कोर्ट में टिप्पणी नहीं करेंगे. वह केंद्रीय सीबीआई को जांच पर निर्देश नहीं देंगे. वह सभी पहलुओं को देखे.
कोलकाता रेप और मर्डर केस में बंगाल के स्वास्थ्य विभाग ने सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को रिपोर्ट जमा की और बताया कि डॉक्टर्स के प्रोटेस्ट के बीच 23 जानें गई हैं.
सीजेआई ने सुनवाई के दौरान उठाया सवाल
सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने सुनवाई के दौरान सवाल उठाया कि प्रिंसिपल के घर और कॉलेज में कितनी दूरी है? एसजी इस पर बोले कि करीब 15-20 मिनट की दूरी.
सीजेआई ने पूछा कि अप्राकृतिक मौत की रिपोर्ट कब दर्ज हुई? कपिल सिब्बल ने कहा कि रिपोर्ट दोपहर 2.55 पर दर्ज हुई और डेथ सर्टिफिकेट 1.47 पर जारी हुआ.
=सीबीआई के लिए पेश हुए एसजी (सॉलिसिटर जनरल) ने जानकारी दी कि उन्होंने एक चार्ट सौंपा है, उसे देखिए. वह हम सब की बेटी (मृतका/डॉक्टर के संदर्भ में) थी. सीजेआई आगे बोले कि वह डायरी एंट्री कौन सी है, जो बाद में अननैचुरल डेथ (यूडी) में बदल गई. कपिल सिब्बल बोले, “डायरी एंट्री 565. एंट्री 2.55 की है. जनरल डायरी.
हालांकि, एसजी ने गलत बताया. कहा कि एंट्री 565 सिर्फ मेडिकल रिपोर्ट है. जीडी दोपहर 3.30 की है. यूडी रात 11.30 की है. सीजेआई ने पूछा, “सर्च-सीजर कब हुआ?”
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अगली सुनवाई 17 सितंबर, 2024 को होगी
सुनवाई के दौरान आगे कपिल सिब्बल ने कहा कि कुछ तकनीकी कमियों के चलते टुकड़ों में फुटेज दी गई है और वह (सर्च-सीजर) रात 8.30 से 10.45 के बीच हुआ है. सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने बाद में हफ्ते भर के लिए सुनवाई टाल दी. उन्होंने कहा कि नई स्टेटस रिपोर्ट दाखिल की जाए. अगली सुनवाई 17 सितंबर, 2024 को होगी.