जुबिली स्पेशल डेस्क
मणिपुर वायरल वीडियो मामले में दोनों पीडि़त महिलाएं भी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई हैं। इस पूरे मामले की सुनवाई सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच कर रही है। इस पूरे मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त सवाल सरकार से किये हैं।
सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने पूछा कि, “4 मई की घटना पर पुलिस ने 18 मई को एफआईआर दर्ज की। 14 दिन तक कुछ क्यों नहीं हुआ? वीडियो वायरल होने के बाद यह घटना सामने आई कि महिलाओं को नग्न कर घुमाया गया और कम से कम दो के साथ बलात्कार किया गया।
पुलिस तब क्या कर रही थी?”सीजेआई ने कहा कि मैंने खुद वो वीडियो देखा है, वह एक वीडियो कुछ ऐसा है जिसने राष्ट्रीय आक्रोश को भडक़ा दिया। वहीं, वीडियो अदालत के हस्तक्षेप के लिए ट्रिगर बना। अब सुप्रीम कोर्ट मंगलवार दो बजे इस मामले की सुनवाई करेगा।
सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, “मान लीजिए कि महिलाओं के खिलाफ अपराध के 1000 मामले दर्ज हैं। क्या सीबीआई सबकी जांच कर पाएगी? इस पर सरकार की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने पक्ष रखते हुए कहा कि पूरे मामले की जांच सीबीआई की एक जॉइंट डायरेक्टर रैंक की महिला अधिकारी को रखा जाएगा।