न्यूज डेस्क
नागरिकता संशोधन एक्ट (CAA) के खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को एक बार फिर दिल्ली की सड़कों पर लोग इस कानून के विरोध में उतरे। दिल्ली पुलिस ने दंगा और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए आइपीसी की धाराओं के तहत कल जाफराबाद की घटना के संबंध में 2 एफआइआर दर्ज की हैं। 5 लोगों को हिरासत में लिया गया है, उनकी पृष्ठभूमि पुलिस द्वारा जांच की जा रही है। पथराव के लिए आइपीसी की धाराओं के तहत बृजपुरी में एक एफआईआर भी दर्ज की गई।
नागरिकता कानून से भारतीय मुसलमानों को खतरा नहीं- शाही इमाम बुखारी
इस बीच दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम, सैयद अहमद बुखारी ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के तहत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से भारत आने वाले मुस्लिम शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता नहीं मिलेगी। इसका भारत में रहने वाले मुसलमानों से कोई लेना-देना नहीं है।
दूसरी ओर जामिया हिंसा पर पुलिस का एक्शन जारी है और इससे जुड़ी नई याचिका अब दिल्ली हाईकोर्ट में दायर हुई। गौरतलब है कि जामिया इलाके में हुई हिंसा के बाद पुलिस ने दस आरोपियों को गिरफ्तार किया था। भी 10 आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। दिल्ली की साकेत कोर्ट ने आरोपियों को 31 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा है। इससे पहले आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। बचाव पक्ष के वकीलों ने दावा किया कि आरोपियों को उनके बैकग्राउंड की वजह से हिरासत में लिया गया।
इससे पहले जामिया में प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा को लेकर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई, लेकिन याचिकाकर्ताओं को हाईकोर्ट का रुख करने को कहा गया। अब आज दिल्ली हाईकोर्ट आज जामिया हिंसा से जुड़ी नई याचिका पर सुनवाई करेगी, इस याचिका को मानवाधिकार से जुड़ी एक NGO ने दायर किया है।
इस बीच उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती आज अपनी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल के साथ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिला। बसपा सुप्रीमो नागरिकता संशोधन एक्ट और देश में अलग-अलग जगह हो रही हिंसा को लेकर अपनी राष्ट्रपति के सामने रखेंगी।
CAA की वजह से दुनिया भर में हमारे देश की छवि को अपूरणीय क्षति हुई है. विश्व के कई नामी विश्वविद्यालयों में भी विरोध प्रदर्शन हुए हैं. अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस द्वारा उड़ानों पर पाबंदी लगाने की भी ख़बरें आ रही हैं.
भाजपा का राजहठ देश के भविष्य के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. pic.twitter.com/cNFsKSsnRH
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 18, 2019
इसके अलावा यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है कि CAA की वजह से दुनिया भर में हमारे देश की छवि को अपूरणीय क्षति हुई है। विश्व के कई नामी विश्वविद्यालयों में भी विरोध प्रदर्शन हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस द्वारा उड़ानों पर पाबंदी लगाने की भी ख़बरें आ रही हैं। भाजपा का राजहठ देश के भविष्य के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
बताते चले कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हिंसक प्रदर्शन के खिलाफ शासन ने कड़ी कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार प्रदर्शनों के बाद अब तक 113 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
जानकारी के अनुसार मऊ में 157 नामजद और 1042 अज्ञात पर एफआईआर दर्ज की गई है। मऊ में 19 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं, जिनमें से 9 पर रासुका लगाने की तैयारी है। वहीं लखनऊ में 5 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले भी 4 लोग गिरफ्तार किए गए हैं।
उधर बाराबंकी में 40 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई, हरदोई में 14 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। इसी तरह से संत कबीर नगर में 15 नामजद, 25 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। प्रतापगढ़ में एआईएमआईएम के 5 नेता जेल भेजे गए। वहीं आगरा में 5, मथुरा में 38, पीलीभीत में 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।