जुबिली न्यूज़ डेस्क
बिहार में इस साल के आखिरी में विधानसभा चुनावहोने वाले हैं, मगर यहां का सियासी पारा चढ़ना शुरू हो गया है। सूबे के अंदर चुनावी यात्राओं का दौर चल पड़ा है। सीपीआई के नेता कन्हैया कुमार बिहार के बड़े-बड़े शहरों में नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में पहले से ही यात्रा पर हैं।
सूबे के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव 2 दिन बाद अपनी ‘बेरोजगारी हटाओ यात्रा’ पर निकलने वाले हैं तो लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान आज ही एक खास यात्रा पर निकल गए हैं। उन्होंने इस यात्रा का नाम ‘बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट’ रखा है।
इस दौरान जब पत्रकारों ने चिराग पासवान से केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता गिरिराज सिंह के बयान को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने बयान पर ऐतराज जताया।
सांसद ने कहा कि मैं कई बार कह चुका हूं कि गठबंधन में रहते हुए मैं सहयोगियों के हर बयान का समर्थन नहीं करता। किसी विभाजनकारी बयान का मैं विरोध करता हूं। मैं मानता हूं कि दिल्ली चुनाव में ऐसे ही बयानों का खामियाजा भुगतना पड़ा था। जब भी मुझे ऐसी बयानों से ऐतराज हुआ है मैंने खंडन किया है।
गौरतलब है कि लोजपा का केंद्र में बीजेपी के साथ गठबंधन है और बिहार में भी चिराग पासवान की पार्टी विधानसभा चुनाव बीजेपी के साथ लड़ने जा रही है।
गांधी मैदान में रैली का होगा समापन
बता दें कि इस यात्रा के तहत चिराग पासवान बिहारभर का भ्रमण करेंगे और 14 अप्रैल को पटना के गांधी मैदान में रैली से इसका समापन होगा। इस मौके पर चिराग ने कहा कि इस यात्रा का लक्ष्य बिहार को नंबर-1 बनाने का है। बिहार का गौरवशाली इतिहास रहा है। उसी स्वरूप को वापस लाना है और उस दिशा में चह्मुखी विकास की जरूरत। चिराग ने कहा कि जब तक पलायन नहीं रुकेगा, समस्या बनी रहेंगी।
उन्होंने कहा कि 15 साल में काम हुए, 27 साल बाद मौका मिला था नीतीश कुमार को बिहार को बेहतर बनाने का। आज डबल इंजन की सरकार है और 2020 के चुनाव के बाद भी ये स्थिति बनी रहेगी। लोजपा अध्यक्ष चिराग ने बताया कि 14 अप्रैल को पटना के गांधी मैदान में हमारी रैली होगी, तब तक ये यात्रा चलेगी। उस रैली में हम लोग विजन डॉक्यूमेंट और रोड मैप लेकर आएंगे। उन्होंने कहा कि हम लोग टोल फ्री नंबर जारी कर लोगों से सुझाव लेंगे।
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