जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. चिराग पासवान बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाक़ात करने पहुंचे तो पुराने दोस्तों की तरह से दोनों के बीच बातचीत हुई. चिराग जाने लगे तो तेजस्वी उन्हें घर से बाहर निकलकर उनकी गाड़ी तक छोड़ने भी आये. चिराग राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाक़ात करने भी जाने वाले हैं. इन मुलाकातों पर मीडिया की निगाहें भी लगी हैं लेकिन तेजस्वी से मुलाक़ात के फ़ौरन बाद चिराग ने यह साफ़ कर दिया कि मेरे लिए इन मुलाकातों का भावनात्मक मतलब है, इसे राजनीति से न जोड़ा जाए तो बेहतर होगा.
दरअसल राम विलास पासवान की 12 सितम्बर को पुण्यतिथि है. इस मौके पर होने वाले कार्यक्रम में चिराग तेजस्वी को आमंत्रित करने आये थे. चिराग ने कहा कि आगे बहुत से मौके आयेंगे जब राजनीतिक मुलाकातें करुंगा. राजनीतिक आफर्स पर भी विचार करुंगा लेकिन अभी निगाहें पिता की पहली पुण्यतिथि के कार्यक्रम पर लगी हैं और उन्हीं पर फोकस है.
जानकारी मिली है कि तेजस्वी यादव ने इस मुलाक़ात के दौरान चिराग पासवान को महागठबंधन में शामिल होने का न्योता दिया लेकिन चिराग ने तेजस्वी की बात को बीच में ही काटते हुए कहा कि अभी तो सिर्फ कार्यक्रम का न्योता लेकर आया हूँ.
चिराग से मुलाक़ात के बाद तेजस्वी ने कहा कि उनके परिवार से राम विलास पासवान के बहुत अच्छे सम्बन्ध रहे हैं. उनकी पुण्यतिथि का निमंत्रण मिला है. लालू जी की तबियत बेहतर रही तो वह भी कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं.
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लालू प्रसाद यादव ने चिराग और तेजस्वी को साथ मिलकर राजनीति करने को कहा है. जब यह सवाल तेजस्वी से किया गया तो उन्होंने कहा कि जब लालू जी यह बात कह चुके हैं तो मैं क्या कह सकता हूँ. आज चिराग मिले तो मैंने उन्हें साथ आने का आफर दिया भी लेकिन चिराग ने कहा कि आज राजनीति पर कोई बात नहीं करुंगा. आज की मुलाक़ात को राजनीतिक मुलाक़ात नहीं बनने देना है.