जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना। बिहार में लोक जन शक्ति पार्टी टूट की कगार पर पहुंच गई है। दरअसल वहां पर लोक जन शक्ति पार्टी के पांच सांसदों ने चिराग पासवान से अपना नाता तोड़ लिया और अलग हो गए है। ऐसे में बिहार की सियासत में एक बार फिर भूचाल आता नजर आ रहा है।
उधर अपने अपने चाचा पशुपति पारस के इस कदम से चिराग पासवान भी हैरान रह गए है। चिराग ने बगैर दिये अपने चाचा पशुपति पारस से मिलने के लिए सोमवार को दिल्ली स्थित उनके घर पर पहुंच गए है और उन्हें मनाने की कोशिशों में जुट गए है।
हालांकि इस दौरान चिराग पासवान को करीब 25 मिनट उनको एंट्री मिली है। मीडिया रिपोट्र्स की माने तो चिराग पासवान चाचा पारस के घर के बाहर 25 मिनट तक खड़े रहे तब जाकर उनके लिए दरवाजा खुला है।
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जानकारी मिल रही है कि चिराग पासवान चाचा पशुपति पारस के घर के बाहर कार में बैठे रहे हैं लेकिन उनका दरवाजा नहीं खुला। इतना ही नहीं चाचा के घर का दरवाजा 25 मिनट तक नहीं खुला। इस दौरान चिराग बार बार हॉर्न बजाते रहे।
काफी देर बाद उनके चाचा के घर का दरवाजा खुला, लेकिन जानकारी मिली कि उनके चाचा पशुपति पारस घर पर मौजूद नहीं थे। अभी घर में चिराग के चचेरे भाई प्रिंस राज ही मौजूद हैं। चिराग अभी उनसे ही मुलाकात कर रहे हैं. चिराग पासवान के साथ एलजेपी बिहार के अध्यक्ष राजू तिवारी भी मौजूद हैं.
लोजपा के पांचों सांसदों की बगावत के बाद पैदा हुए हालात पर चिराग के चाचा व सांसद पशुपति कुमार पारस ने चुप्पी तोड़ते हुए इसे मजबूरी का फैसला बताया है।
मालूम हो पिछले साल बिहार में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान पशुपति कुमार पारस द्वारा सीएम नीतीश कुमार और उनके कामों की तारीफ करने पर पार्टी नेतृत्व की नाराजगी का सामना करना पड़ा था। उन्हें उसी शाम अपना बयान वापस लेना पड़ा था।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को लोजपा के सभी पांच बागी सांसदों ने चिराग के चाचा और पार्टी के वरिष्ठ नेता पशुपति कुमार पारस को संसदीय दल का नया नेता चुन लिया।