न्यूज़ डेस्क
देश की सीमा रेखा पर चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। ताजा मामला हिमांचल प्रदेश में भारतीय सीमा का है जहां चीन ने घुसपैठ करने की कोशिश की है। दरअसल हिमांचल प्रदेश के लाहौल स्पीति में चीन के साथ लगी हुई सीमा पर तैनात आईटीबीपी के अफसरों ने ये दावा किया कि अप्रैल के आखिरी सप्ताह और मई के पहले सप्ताह में चीनी हेलीकॉप्टर भारतीय सीमा में घुसे।
चीन के ये हेलीकॉप्टर भारतीय सीमा के 12 किलोमीटर तक अंदर घुस आये। इसके बाद आईटीबीपी के जवानों द्वारा विरोध जताने पर ये हेलिकॉप्टर तिब्बत की ओर चले गए।
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इस बाबत हिमाचल प्रदेश पुलिस ने एक अलर्ट मिलिट्री इंटेलिजेंस, आईबी और आईटीबीपी को भेजा है। हिमाचल प्रदेश पुलिस ने दावा किया है कि पिछले एक से डेढ़ महीने में चीन की सेना ने दो बार लाहौल स्पीति इलाके में घुसपैठ की है।
जबकि राज्य सरकार के अधिकारियों का कहना है कि चीन के हेलिकॉप्टर लाहौल-स्पीति जिले समदोह पोस्ट से देखे गए थे, जोकि काफी नीचे उड़ान भर रहे थे। ये पहली बार अप्रैल महीने के अंतिम सप्ताह में चीनी हेलिकॉप्टर भारतीय सीमा में आए। इसके बाद मई के पहले सप्ताह में ऐसा किया गया। जब चीन के हेलिकॉप्टर भारतीय सीमा में 12 किलोमीटर अंदर तक आ गए।
इससे पहले लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा की और कुछ चीनी हेलीकॉप्टरों को आते हुए देख गया था। इसके बाद भारतीय वायुसेना ने उन्हें खदेड़ दिया। साथ ही चीन को जवाब देने के लिए लद्दाख में लड़ाकू विमानों की तैनाती कर दी है।
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बता दें कि लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा की और कुछ चीनी हेलीकॉप्टरों को आते हुए देख गया था।इसके बाद भारतीय वायुसेना ने उन्हें खदेड़ दिया। साथ ही चीन को जवाब देने के लिए लद्दाख में लड़ाकू विमानों की तैनाती कर दी है।
गौरतलब है कि इससे पहले पिछले हफ्ते में भी चीन के सैनिक भारतीय सेना से उलझ गए थे। इसके बाद 150 से अधिक चीनी सेना के सैनिकों ने भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश की थी। माना जा रहा है कि हाल ही में चीन के इस बदले तेवर के पीछे पाकिस्तान का समर्थन करने के साथ-साथ कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर लग रहे आरोपों से दुनिया का ध्यान भटकाने की है।